नारायणपुर : तमिलनाडु से राज्य के 35 मज़दूरों को कराया गया मुक्त
नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण ईकाई नारायणपुर के अधिकारी-कर्मचारियों ने तमिलनाडू राज्य के विभिन्न पोल्ट्री फार्म रमैया पोल्ट्री फार्म, सुबु पोल्ट्री फार्म और पी.के.व्ही पोल्ट्री फार्म में एक वर्ष से काम कर रहे छत्तीसगढ़ के 35 बालक-बालिकाओं को रेस्क्यू कर मुक्त कराने में अपनी अहम् भूमिका निभायी। मुक्त कराये गये मजदूरों में नारायणपुर जिले के 25, कोण्डागांव जिले के 06 और कांकेर जिले के 04 बालक-बालिकायें शामिल हैं।
रमैया पोल्ट्री फार्म, सुबु पोल्ट्री फार्म और पी.के.व्ही पोल्ट्री फार्म में कार्यरत थे, जो अपने गृहग्राम वापस आना चाहते पर पोल्ट्री फार्म के मालिकों द्वारा उनको अपने गृहग्राम वापस आने की अनुमति नहीं दे रहे थे और दबावपूर्ण कार्य करवा रहे थे। नामक्कल तमिलनाडू की रेस्क्यू टीम द्वारा इसी महीने उक्त पोल्ट्री फार्मो में छापामार कर रेस्क्यू की कार्यवाही की गयी और नारायणपुर जिले के इन बालक-बालिकाओं की मजदूरी राशि रूपये 13 लाख 77 हजार 160 रूपये का भुगतान भी कराया गया। इन सभी को बस के माध्यम से उनके गृह जिले के लिए रवाना भी किया। मजदूरों को मुक्त कराने और उनके वेतन भुगतान करवाने में जिला महिला एवं बाल विकास विभाग नारायणपुर बाल संरक्षण अधिकारी श्री अजीत सिंह, संरक्षण अधिकारी सुश्री सरिता वंजारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कार्यवाही के दौरान जिला बाल संरक्षण इकाई नारायणपुर के अधिकारी/कर्मचारी नियमित रूप से रेस्क्यू के दौरान एवं छत्तीसगढ़ आने वाली टीम के साथ सतत् संपर्क स्थापित करते रहे। नामक्कल की टीम जगदलपुर होते हुए पहुंची। सबसे पहले कोण्डागांव की 6 बालिकाओं, कांकेर की 4 बालिकाओं को जिला प्रशासन को सौपते हुए नारायणपुर जिले के 25 बालक-बालिकाओं को तमिलनाडू की टीम ने जिला प्रशासन को सौंपा। उक्त 25 बालक बालिकाओं में से 2 बालक एवं 6 बालिका है जो कि नाबालिक हैं। जिनकी अग्रीम कार्यवाही क्वारंटीन समयावधि पूर्ण होने के उपरांत बाल कल्याण समिति नारायणपुर द्वारा कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही अन्य नाबालिक बालिकाओं को प्रलोभन देकर अन्य राज्यों में ले जाने वाले दलालों के खिलाफ भी श्रम विभाग नारायणपुर द्वारा कार्यवाही की जा रही है।