मकर संक्रांति: सर्वार्थसिद्धि योग गजवाहन
इस बार मकर संक्रांति सर्वार्थ सिद्धि योग मॆ गज पर सवार होकर आई है.गज महालक्ष्मी का वाहन है इसलिये इसबार की मकर संक्राति धन धान्य व समृद्धि से भरपूर होने का संकेत दें रही है.
*पर्वकाल का शुभसमय*
इस बार भगवान सूर्य नारायण माघ मास की द्वितीया तिथि कॊ शनिवार के दिन सुबह 7:30पर प्रवेश करेंगे.इस समय प्रीति योग व आष्लेषा नक्षत्र रहेगा.इस समयावधि मॆ किये गये पूजा पाठ का विशेष महत्व रहेगा.
*क्या करे*- इस समयावधि मॆ आपको स्नान नित्यकर्म आदि करने के पश्चात भगवान सूर्य कॊ अर्ध्य देना चाहिये.
* अपने इष्टदेव ओर कुलगोत्र का स्मरण कर तर्पण करना चाहिये.
* रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करना चाहिये.सूर्यमण्डलम स्त्रोत का पाठ करना चाहिये.
* दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिये.
* इस दिन भगवान सूर्य के वैदिक मँत्रों का उच्चारण कर हवन पूजन करना चाहीये .
* आदित्य हृदय का पाठ करना चाहिये.
* मकर संक्रांति के 30 दिन उक्त पूजा पाठ करने से पूरे वर्ष आपको निरोग ,धन धान्य व विजय मिलती है.
* किन्हें होगा लाभ*- जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है.जिनका पिता पक्ष अत्यंत कमजोर है.राज्यपक्ष से कष्ट है उन्हे उपरोक्त कर्म से विशेष लाभ का योग.
* हृदय रोगी भी उपरोक्त कर्म से निरोग हो सकते है.
* जिनकी पत्रिका मॆ ग्रहण योग हो,सूर्य शनि का दृष्टि योग हो उन्हे विशेष लाभ का योग.
* जो भयभीत रहते है.जिनमें आत्मविश्वास की कमी है.घर मॆ दरिद्रता का वास हो तथा नेत्र दोष हो तो उपरोक्त मॆ से कोई एक उपाय करने से विशेष लाभ होता है.