शास्त्री ने चुने सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान, गांगुली शामिल नहीं
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री और सौरभ गांगुली के बीच की खटास कम होती नजर नहीं आ रही है। शास्त्री ने भारत के महानतम कप्तानों की अपनी सूची में गांगुली को शामिल नहीं किया है वहीं उन्होंने धोनी को ‘दादा कप्तान’ कहा है। शास्री ने कहा कि उनकी नजर में धोनी सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं। मैं दादा कप्तान को सलाम करता हूं। धोनी ने कई मुकाबले जीते हैं और कोई भी उसके करीब नहीं आ सकता।
शास्त्री ने कहा, ‘वह भारत के सबसे कामयाब कप्तान हैं। वह कभी पद के पीछे नहीं भागे। उन्होंने कभी निजी उपलब्धियों का पीछा नहीं किया। अगर ऐसा होता तो वह 94 टेस्ट खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया में रिटायर नहीं होते।’ संयोग की बात है कि शास्त्री ही वह पहले शख्स थे जिन्होंने बतौर टीम निदेशक होते हुए चयनकर्ताओं से 2019 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वनडे टीम की कप्तानी के बारे में फैसला रखने को कहा था।
शास्त्री ने कहा, ‘वह भारत के सबसे कामयाब कप्तान हैं। वह कभी पद के पीछे नहीं भागे। उन्होंने कभी निजी उपलब्धियों का पीछा नहीं किया। अगर ऐसा होता तो वह 94 टेस्ट खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया में रिटायर नहीं होते।’ संयोग की बात है कि शास्त्री ही वह पहले शख्स थे जिन्होंने बतौर टीम निदेशक होते हुए चयनकर्ताओं से 2019 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वनडे टीम की कप्तानी के बारे में फैसला रखने को कहा था।
उन्होंने यह भी कहा था कि धोनी अपनी कप्तानी पर खुद फैसला लेंगे। शास्त्री खुश हैं कि उनका निर्णय सही साबित हुआ। उन्होंने कहा, ‘अब कोहली को चैंपियंस ट्रोफी से पहले तैयारी का पूरा मौका मिल जाएगा। धोनी ने सभी बड़े खिताब जीते हैं। उन्हें कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है।’ शास्त्री ने कहा कि कोहली को अभी लंबा सफर तय करना है। 2013 में खेले गए आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी के पिछले संस्करण में भारत ने इंग्लैंड को हराकर ट्रोफी पर कब्जा किया था।