कोरोना पर NRI डॉक्टर ने ममता को दी चेतावनी

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

एजेंसी
भारतीय मूल के अमेरिकी हृदय रोग विशेषज्ञ ने की मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोना के खतरों के प्रति आगाह किया है। उन्होंने ममता बनर्जी से अपील करते हुए कहा है कि वह चीजों को हल्के में न लें और इस संक्रमण को व्यापक स्तर पर फैलने और इससे होने वाली मौतों को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं।

बंगाल में जंगल की आग की तरफ फैल सकता है कोरोना
अमेरिका के टेनेसी राज्य के डॉक्टर इंद्रनील बसु रे ने बनर्जी को लिखे एक पत्र में कहा कि पश्चिम बंगाल समेत भारत भाग्यशाली हो सकता है क्योंकि यहां का वायरल स्ट्रेन (एक ही प्रकार के वायरस में थोड़ी भिन्नता) अलग है जिससे गंभीर स्तर का संक्रमण नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मैं इस बिंदू को रेखांकित करने के लिए मजबूर हूं कि पश्चिम बंगाल बेहद भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है, अगर यह किसी एक खास मोहल्ले में फैलता है तो फिर से यह जंगल की आग की तरफ फैलेगा और काफी लोगों की मौत होगी।

हम कोरोना को हल्के में नहीं ले सकते हैं
उन्होंने पत्र में कहा कि इसे फैलने और लोगों की जान लेने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है। हम किसी चीज को हल्के में नहीं ले सकते हैं क्योंकि अगर कड़ाई नहीं करने और कोविड-19 के मामलों की पहचान नहीं हो पाने की वजह से हजारों लोग संक्रमित हो गए और सैकड़ों लोगों की मौत होने लगी तो आपको बहुत पछतावा होगा।

किलिंग मशीन है
डॉक्टर ने इस वायरस को किलिंग मशीन बताते हुए सीएम ममता बनर्जी से अपील की है कि वह वायरस को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि उचित कदम, जांच, संपर्क में आए लोगों को पृथक करने और सामाजिक दूरी सख्ती से लागू करने से कुछ पश्चिमी देशों जैसी स्थिति से बचा जा सकता है। डॉक्टर रे अमेरिका और भारत के कई चिकित्सा विश्ववविद्यालयों में प्रोफेसर भी रह चुके हैं।

उचित कदम नहीं उठाने से मौत होगी
उन्होंने कहा कि इस तरह के संक्रमण को रोकने के लिए उचित कदम नहीं उठाने से मौत होगी और विनाश होगा और मुझे पता है कि एक मुख्यमंत्री के रूप में आप ऐसा कभी नहीं चाहेंगी। भारत में सोमवार सुबह आठ बजे तक कुल संक्रमित लोगों की संख्या 67,152 तक पहुंच गई है और 2,206 लोगों की मौत हो चुकी है।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.