इस्तांबुल में हुए आतंकी हमले में दो भारतीय नागरिकों की मौत
नयी दिल्ली: नए साल के जश्न के दौरान तुर्की के इस्तांबुल में एक नाइटक्लब में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए 39 लोगों में दो भारतीय नागरिक हैं. इस हमले में कम से कम 70 लोग जख्मी हुए. हमले में जान गंवाने वाले भारतीय नागरिकों की पहचान अबीस हसन रिजवी और खुशी शाह के तौर पर हुई. अबीस पूर्व राज्यसभा सदस्य और मुंबई के बांद्रा के जानेमाने बिल्डर अख्तर हसन रिजवी के पुत्र हैं जबकि खुशी गुजरात की रहने वाली हैं.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दो भारतीय नागरिकों की मौत की पुष्टि करते हए ट्वीट किया, ‘‘तुर्की से मेरे पास एक बुरी खबर है. इस्तांबुल हमले में हमने दो भारतीय नागरिकों को खो दिया. भारतीय राजदूत इस्तांबुल जा रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पीड़ितों के नाम हैं श्री अबीस रिजवी, पूर्व राज्यसभा सदस्य के पुत्र और गुजरात की सुश्री खुशी शाह.’’ अबीस ‘रिजवी बिल्डर्स’ के सीईओ थे और वह 2014 में आई फिल्म ‘रोर- दि टाइगर्स ऑफ दि सुंदरबंस’ सहित कई फिल्मों के निर्माता थे.
सुषमा ने रिजवी और शाह दोनों के परिवारों से बात की और अपनी संवेदनाएं जाहिर की. विदेश मंत्री ने दोनों मृतकों के परिवार के उन सदस्यों के वीजा का इंतजाम कर दिया है जो इस्तांबुल रवाना होने वाले हैं. विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘मैंने अभी-अभी अबीस रिजवी के पिता श्री अख्तर हसन रिजवी से बात की है. वह और श्रीमती रिजवी भी इस्तांबुल जाना चाहते हैं. हम उनके वीजा का इंतजाम कर रहे हैं. मैंने सुश्री खुशी शाह के पिता श्री अशोक शाह से भी बात की और अपनी संवेदनाएं जाहिर की.’’
खुशी के परिवार के एक सदस्य ने बताया कि उनके भाई अक्षय शाह और रिश्तेदार हिरेन चौहान वीजा के बगैर इस्तांबुल जा रहे हैं और इस बात की तरफ सुषमा का ध्यान आकषिर्त किया. इस पर सुषमा ने कहा कि उनके वीजा का इंतजाम कर दिया गया है. सुषमा ने कहा कि तुर्की में भारतीय राजदूत राहुल कुलश्रेष्ठ से कहा गया है कि वे हवाई अड्डे पर दोनों परिवारों के सदस्यों को साथ लेने पहुंचें और सारे जरूरी इंतजाम करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्तांबुल हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘इस्तांबुल में लोगों की जान के नुकसान पर तुर्की की सरकार और लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं.’’ इस हमले में दो भारतीय सहित 15 विदेशी नागरिक मारे गए.