केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज कोविड-19 के प्रबंधन की स्थिति की समीक्षा की
नई दिल्ली : केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज कोविड-19 के प्रबंधन की स्थिति की समीक्षा के लिए राजीव गांधी सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल का भ्रमण किया। अस्पताल की तैयारियों के लिहाज से उभरती नई आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए राजीव गांधी सुपर स्पेशियल्टी अस्पताल पर्याप्त आइसोलेशन वार्ड्स और बिस्तरों के साथ कोविड-19 के लिए समर्पित 450 बिस्तरों वाले अस्पताल के रूप में काम कर रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने फ्लू कॉर्नर, आइसोलेशन वार्डों, निगरानी वार्ड, संवेदनशील क्षेत्रों/आईसीयू, कोविड कॉरिडोर, कोविड क्षेत्र, कोविड ओपीडी, कोविड नमूना संग्रह इकाई, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की चेंजिंग फैसिलिटी का भी जायजा लिया। उन्होंने यह देखकर संतोष जाहिर किया कि इन वार्डों में तैनात चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को आरएमओ छात्रावास मेंसंक्रमण से बचाने के लिए विशेष बाथिंग, चेंजिंग और स्प्रे की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। स्वास्थ्य कर्मचारियों को परिवहन की समस्याओं से बचाने और उनके परिवारों की जोखिम से रक्षा करने के लिए नजदीक के कुछ होटलों में भोजन और विश्राम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। केन्द्रीय मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड वार्ड में भर्ती एक मरीज से बात की, जो खुद एक मरीज था और कोविड मरीज की जांच के लिए हवाई अड्डे पर और नरेला क्वारंटाइन में सेवाएं देते समय कोविड संक्रमित होने के कारण भर्ती कराया गया था। मंत्री ने कहा, “मैं यह जानकर खुश हूं कि वह स्वस्थ और तंदरुस्त हैं तथा अस्पताल में स्वास्थ लाभ ले रहे हैं। कोविड से संक्रमित होने के बावजूद उनका ऊंचा मनोबल खासा उत्साहित करने वाला है।”
अस्पताल के विभिन्न वार्डों और परिसरों के विस्तृत समीक्षा और निरीक्षण के बाद उन्होंने विभिन्न इकाइयों के कामकाज पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों में, मैंने कोविड-19 की तैयारियों की समीक्षा के लिए एम्स (दिल्ली), एलएनजेपी, आरएमएल, सफदरजंग, एम्स झज्जर और अब राजीव गांधी सुपर स्पेशियल्टी का भ्रमण किया। मैं महामारी से प्रभावी रूप से निबटने के लिए इन अस्पतालों की तैयारियों से संतुष्ट हूं।”
कोविड-19 से निबटने में नर्सों, चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों जैसे आगे बढ़कर देखरेख करने वालों के उत्कृष्ट कार्यों, कड़ी मेहनत, समर्पण की प्रशंसा करते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा, “कोविड-19 के मरीजों की सुधार की दर इस सप्ताह में बढ़कर 12 प्रतिशत हो गई है, जो मार्च के अंतिम सप्ताह में 8 प्रतिशत थी। इससे पता चलता है कि अब ज्यादा से ज्यादा मरीजों में सुधार हो रहा है और वे अपने घरों को लौट रहे हैं। इससे भारत में अग्रणी स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं की गुणवत्ता का पता चलता है। मैं इस सफलता के लिए उनको बधाई देता हूं। देश आपकी सेवाओं के लिए देश आपका आभारी है। ऐसे मुश्किल दौर में हमारे स्वास्थ्य योद्धाओं का ऊंचा मनोबल देखना खासा सुखद है।”
डॉ. हर्ष वर्धन ने यह भी कहा कि देश में राज्यों के साथ मिलकर कोविड-19 से बचाव, रोकथाम और प्रबंधन की उच्च स्तर पर नियमित रूप से निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, “नए मामलों की वृद्धि दर कुछ समय से स्थिर बनी हुई है। लॉकडाउन से पहले भारत में मामले दोगुनी होने की दर लगभग 3 दिन थी। सुबह 8 बजे तक मिले आंकड़ों के मुताबिक, पिछले सात दिन से मामले दोगुनी होने की दर 7.2 दिन, पिछले 14 दिन से 6.2 दिन और पिछले 3 दिन से यह 9.7 दिन बनी हुई है। यह इस तथ्य के बावजूद है कि हर दिन किए जाने वाले परीक्षणों की संख्या लगभग 14 गुना बढ़ गई है। इसी प्रकार, यदि आप इसकी वृद्धि दर देखें तो यह 15 मार्च से 31 मार्च तक 2.1 थी, जो अप्रैल में घटकर 1.2 रह गई। यह 40 प्रतिशत की गिरावट है, जो एक सकारात्मक संकेत है और वास्तव में यह देश भर के लिए काफी उत्साहजनक है। यह इस बात का भी संकेत है कि कोविड-19 के मामले बढ़ रही हैं और यह स्थिरता की शुरुआत हो सकती है।”
डॉ. हर्ष वर्धन ने भारत के लोगों से लॉकडाउन की विस्तारित अवधि (3 मई, 2020 तक) का नियमपूर्वक पालन करें और कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के प्रयास को सफल बनाएं। उन्होंने लॉकडाउन 2.0 के दौरान दैनिक जीवन में लागू अनुशासन को देखते हुए कहा कि इससे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कासा फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, “हमने लड़ाइयां जीती हैं और हम निश्चित रूप से कोविड-19 के खिलाफ भी लड़ाई जीतेंगे।”