पैसे निकासी पर लगी रोक हटाई जाए: राहुल गांधी
नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने रोजाना सियासी प्रहार को जारी रखते हुए सरकार से 30 दिसंबर के बाद इस मुद्दे पर श्वेत-पत्र लाने की मांग की है। साथ ही लोगों पर बैंक से 24 हजार रुपए तक ही निकालने की लगी पाबंदी हटाने और नोटबंदी से प्रभावित देश के सभी बीपीएल परिवारों की महिलाओं को 25 हजार रुपए देने की भी सरकार से मांग की।
नोटबंदी पर सरकार की घेरेबंदी के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से बैंकों में जमा हुई रकम से लेकर कालेधन का ब्यौरा देश को बताने के लिए कहा। कांग्रेस के 132वें स्थापना दिवस समारोह के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने सरकार से नोटबंदी पर श्वेत पत्र की लाने की मांग करते हुए दस सवाल पूछे। उनका कहना था कि सारा पैसा लोगों ने बैंक में जमा कर दिया है तो फिर सरकार बताए कि इसमें कितना कालाधन आया।
नोटबंदी से देश को आर्थिक नुकसान और रोजगार गंवाने वालों की संख्या की जानकारी भी दे। सरकार को यह भी बताना चाहिए कि नोटबंदी के चलते कितने लोगों ने जान गंवाई और उन्हें मुआवजा दिया गया या नहीं।राहुल ने कहा कि सरकार को उन आर्थिक विशेषज्ञों का नाम भी बताना चाहिए जिनकी सलाह से प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि सरकार को उन सभी लोगों व संस्थाओं के नाम भी बताने चाहिए जिन्होंने नोटबंदी के एलान से दो महीने पहले तक अपने खातों में 25 लाख रुपए से अधिक की नगदी जमा कराई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पीएम ने देश से जो 50 दिन मांगे थे उसके बाद लोगों से छीनी गई उनकी आर्थिक आजादी बहाल होनी चाहिए। इसलिए 24 हजार से अधिक की निकासी पर पाबंदी खत्म होने के साथ इन पचास दिनों के लिए लोगों को बैंक में जमा राशि पर 18 फीसद ब्याज दिया जाए।