लॉकडाउन में भी लोगों को उचित दर पर मिल रही है साग-भाजी : मुख्यमंत्री बघेल की पहल रंग लाई
रायपुर : राज्य में नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन में भी आम जनता को सुगमता से हरी साग-सब्जियां उपलब्ध हो पा रही हैं। लोगों को इससे रोजमर्रा की जिंदगी में आवश्यक वस्तुओं के लिए बड़ी सुविधा हो गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल और उनके नेतृत्व में सरकार द्वारा लिए गए अह्म फैसलों के फलस्वरूप राज्य में सब्जियों के दाम स्थिर बने हुए हैं। लोगों को रोजमर्रा की सामग्री भी नजदीक में आसानी से मिल पा रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति और कालाबाजारी पर रोकथाम के लिए राज्य के सभी कलेक्टरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने व्यापारियों से भी आग्रह किया था कि वे संकट की घड़ी में मानवीयता का ध्यान रखते हुए व्यापार करें। व्यापारियों ने भी इसमें अपना साथ दिया। लॉकडाउन के दौरान सब्जियां लोगों को उनके घरों के पास और मोहल्लों तथा कालोनियों के पास सुगमता से मिल जा रही है।
राज्य में मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर सब्जियों, फल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं। आम जनता की सहायता के लिए राजधानी रायपुर सहित सभी जिलों में प्रशासन के द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, जो कि सातों दिन 24 घंटे काम कर रहे हैं। लॉक डाउन के दौरान खाद्यान्न सामग्री के उत्पादन, वितरण और परिवहन को छूट दी गई है। राज्य में सभी कमिश्नर, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता, परिवहन भंडारण और उसके सुचारू वितरण करने के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम भी रायपुर में बनाया गया है, जो 24 घंटे काम कर रहा है।
राज्य में खाद्यान्न सुरक्षा के तहत सभी राशन कार्ड धारियों को 1 अप्रैल से 2 माह का चावल एक साथ मिलना शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आवश्यक होने पर सब्जियां फल या अन्य सामग्री के लिए परिवार के एक व्यक्ति को बाहर जाने और खरीददारी के दौरान एक निश्चित दूरी बनाए रखने का पुनः आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि जनता की जागरूकता और सतर्कता से ही हम इस वैश्विक बीमारी से जल्द छुटकारा पाने में सफल होंगे।