नमस्ते ओरछा उत्सव से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा : संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ
ओरछा की बेतवा और जामरी नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा : वाणिज्यिक कर मंत्री श्री राठौर
ओरछा के महत्व का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा : मुख्य सचिव श्री मोहन्ती
भोपाल : ऐतिहासिक नगरी ओरछा में आज नमस्ते ओरछा समारोह के शुभारंभ समारोह में संस्कृति मंत्री डाँ. विजय लक्ष्मी साधौ ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का नमस्ते ओरछा का आयोजन एक स्वप्न था, जो आज साकार होने जा रहा हैं। मध्यप्रदेश की पुरातात्विक धरोहर को दुनिया मे दिखाया जायें, जिससे लोग मध्यप्रदेश मे आयें। मध्यप्रदेश विभिन्न भाषाओं का प्रदेश है, यहां विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं। नमस्ते ओरछा महोत्सव से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। डॉ. साधौ ने अपने संबोधन मे सबका स्वागत किया।
समारोह में वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने कहा कि ओरछा की बेतवा और जामरी नदी पर मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पुल बनाने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, आज के ही दिन पुष्य नक्षत्र मे महारानी गनेश कुंवर राम जी को अयोध्या से ओरछा लायी थीं, आज के ही दिन नमस्ते ओरछा का शुभांरभ हो रहा है, यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होने कहा कि नमस्ते ओरछा उत्सव की शुरूआत से ओरछा में नौजवानों को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ओरछा तीव्र गति से बदलाव की ओर अग्रसर हो रहा है, आने वाले कुछ समय में ओरछा की तस्वीर बदल जायेगी। उन्होने संस्कृति विभाग की मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ का स्वागत करते हुए आभार जताया।
मुख्य सचिव श्री सुधि रंजन मोहंती ने कहा कि ओरछा मे एक तिहाई टूरिस्ट विदेशी आते हैं, बल्कि मध्यप्रदेश मे जितने टूरिस्ट विदेशी आते हैं, उनमें से केवल एक तिहाई ओरछा आते हैं। यहाँ पर राम राजा मंदिर, रिवर राफ्टिंग, 84 पुरातत्व स्मारक आदि प्रसिद्ध हैं। श्री मोहंती ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के निर्देशानुसार ओरछा शहर के पर्यटन के महत्व के बारे मे प्रचार-प्रसार किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने निर्देश दिये कि सभी विभाग मिलकर ओरछा मे एक समारोह के माध्यम से पर्यटन का विस्तार करें। राम राजा मंदिर को भव्य रूप देने के लिए एक विस्तृत प्लान तैयार हो चुका हैं, आगामी दिनों मे फलीभूत होते देखेंगे। आप सबका स्वागत करते हुए मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ।
कार्यक्रम के औपचारिक उदघाटन के पश्चात भगवान श्रीराम के अयोध्या से ओरछा आगमन, रानी कुंवर गनेश की कथा की थ्री-डी प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक संध्या में सद्या ग्रुप की नृत्य प्रस्तुति, क्लिंटन के म्यूजिक शो सहित आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुये। नमस्ते ओरछा के उपलक्ष्य में पूरी ओरछा नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। चतुर्भुज मंदिर तथा बेतवा नदी के किनारे बनी छतरियां विद्युत प्रकाश से आलोकित हो रही हैं।