पद्मश्री से सम्मानित राज्य की विभूतियों का मान-सम्मान बढ़ाने किए जाएंगे हरसंभव प्रयास: भूपेश बघेल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि पद्मश्री से सम्मानित राज्य की विभूतियों का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। पद्मश्री सम्मान प्राप्त विभूतियां अपने-अपने क्षेत्र की उत्कृष्ट हस्तियां हैं। उन्होंने अपने कृतित्व के माध्यम से छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री आज यहां विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पद्मश्री से सम्मानित छत्तीसगढ़ की विभूतियों के प्रतिनिधि मंडल के साथ चर्चा कर रहे थे। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से कहा कि पद्मश्री सम्मान प्राप्त व्यक्तियों को राज्य सरकार द्वारा हर महीने सम्मान निधि के रूप में पांच हजार रूपये की राशि दी जा रही है। इसमें बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए। प्रतिनिधि मंडल में पद्मश्री प्राप्त व्यक्तियों के परिचय पत्र राज्य सरकार से जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि परिचय पत्र होने से राज्य के बाहर जाने पर होने वाली कठिनाईयों से काफी हद तक राहत मिलेगी। इसी तरह प्रतिनिधि मंडल ने पद्मश्री प्राप्त व्यक्तियों के निधन पर उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का आग्रह भी किया।
प्रतिनिधि मंडल में पद्मश्री सम्मान प्राप्त छत्तीसगढ़ की विभूतियों में चिकित्सा क्षेत्र के डॉ. ए.टी.के.दाबके, पुरातत्वविद डॉ. अरूण शर्मा, कवि डॉ. सुरेन्द्र दुबे, मूर्तिकार श्री जे.एम. नेल्सन, संगीतज्ञ श्री मदन चौहान, अभिनेता एवं गायक श्री अनुज शर्मा, बस्तर बैण्ड के श्री अनूप रंजन पाण्डेय, लोक गायिका श्रीमती ममता चंद्राकर, राष्ट्रीय हॉकी टीम की पूर्व कप्तान श्रीमती सबा अंजुम और समाजसेविका श्रीमती शमशाद बेगम शामिल थीं।