विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ संस्कार देना भी जरूरी: ताम्रध्वज साहू
रायपुर, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि
विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी
जरूरी है। महाविद्यालय विद्यार्थी जीवन की महत्वपूर्ण दहलीज है जहाँ तय
होता है कि विद्यार्थी का आगे आने वाला जीवन कैसा होगा, इसलिए बच्चों को
सोच-समझकर अपने लक्ष्य का चुनाव करना चाहिए। वे आज दुर्ग जिले के शासकीय
विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय (साइन्स कॉलेज) और आदर्श महाविद्यालय
द्वारा आयोजित वार्षिक स्नेह सम्मेलन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम
में श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि आज के विद्यार्थियों के पास इंटरनेट
जैसी महत्वपूर्ण शक्ति है, जिसके के माध्यम से मिनटों में दुनिया की
जानकारी सिर्फ एक बटन दबाकर हासिल की जा सकती है। सूचना और ज्ञान के इस
भण्डार में सही और गलत का चुनाव करने की क्षमता विकसित करनी बहुत जरूरी है।
उन्होंने प्राध्यापकों से कहा कि किताबी ज्ञान के साथ साथ विद्यार्थियों
को संस्कार और नैतिक शिक्षा भी दें, जो उनके भविष्य को मजबूत नींव की तरह
संभाल कर रखे। उन्होंने कहा कि तरक्की का अर्थ कभी भी अपनी जड़ों और
संस्कारों को भूलना नहीं होना चाहिए।
गृह मंत्री श्री साहू ने दोनों
महाविद्यालयों के विकास के लिए हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। इस अवसर
पर उन्होंने मेधावी छात्र छात्राओं को मैडल देकर सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम को विधायक श्री अरुण वोरा ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर
काॅलेज के प्राचार्य श्री डाॅ. आर.एन. सिंह सहित व्याख्याता और बड़ी संख्या
में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।