पंत स्पेशल टैलंट हैं, चयन का फैसला सिलेक्टर्स का: गांगुली
इस बात में कोई संदेह नहीं कि भारतीय टीम प्रबंधन युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी की रेस में सबसे आगे मानता है। टीम प्रबंधन का मानना है कि जब भी धोनी संन्यास लेंगे तो पंत ही उनकी जगह लेंगे।
लेकिन अगर पंत की हालिया फॉर्म पर नजर डालें तो दिल्ली के इस युवा खिलाड़ी को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करने की जरूरत है। पंत कई बार गैर-जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए हैं और इसकी वजह से उन्हें काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही विकेट के पीछे भी वह काफी गलतियां कर रहे हैं। ऐसे में संजू सैमसन का नाम भी विकल्प के रूप में सामने आ रहा है। और माना जा रहा है कि केरल का यह खिलाड़ी वनडे इंटरनैशनल और टी20 इंटरनैशनल टीम में जगह बना सकते हैं।
इन सभी मुद्दों पर बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम के साथ बात की। गांगुली ने कहा, ‘यह सब चयन से जुड़े मसले हैं जिन पर चयनकर्ता ही कोई फैसला करते हैं। लेकिन ऋषभ पंत एक स्पेशल टैलंट हैं और हमने देखा कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ दो मैचों में उन्होंने कैसा प्रदर्शन किया। टेस्ट क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन अच्छा है लेकिन आखिरी फैसला चयनकर्ताओं को ही करना है।’
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गांगुली ने हाल ही में भारत में पहला पिंक बॉल टेस्ट मैच का आयोजन करवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने कप्तान विराट कोहली को इसके लिए राजी किया। भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में खेले गए डे-नाइट टेस्ट को लोगों ने काफी पसंद किया।
गांगुली से जब पूछा गया कि क्या अब बीसीसीआई भविष्य में आयोजित होने वाली सीरीज के लिए अधिक से अधिक पिंक बॉल टेस्ट का आयोजन करवाएगी?
इस पर गांगुली ने कहा, ‘इसके लिए हमें अन्य क्रिकेट बोर्ड से भी बात करनी होगी। लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं कि पिंक बॉल टेस्ट ने भारत में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली है।’
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भारतीय क्रिकेट को नई दशा और दिशा देने में सौरभ गांगुली की महती भूमिका रही है। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिने जाते हैं। तो एक खिलाड़ी में ऐसी क्या खूबियां होनी चाहिए तो उसे एक अच्छा कप्तान बनाती है?
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गांगुली ने इस पर कहा, ‘किसी क्रिकेटर में मैन मैनेजमेंट स्किल और टैलंट को पहचानने की नजर, होनी चाहिए।’
धोनी ने पिछले साल जुलाई में सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है, तो आप उनका भविष्य कैसे देखते हैं। इस पर गांगुली ने कहा, ‘ये सब खिलाड़ियों और मैनेजर्स के बीच की निजी बातें हैं और इन्हें ऐसा ही रहने देना चाहिए।’