राजनीतिक झुकाव? CDS रावत ने दिया जवाब
देश के पहले के तौर पर जिम्मेदारी संभालने के बाद जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हमारा फोकस तीनों सेनाओं को मिलाकर तीन नहीं बल्कि 5 या फिर 7 करने पर होगा। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाएं 1+1+1 मिलकर 3 नहीं बल्कि 5 या 7 होंगी। पीओके को लेकर सवाल पूछे जाने पर जनरल रावत ने कहा कि जो भी प्लान बनाए जाते हैं, वह कभी पब्लिक में साझा नहीं किए जाते। राजनीतिक झुकाव के आरोप पर जवाब देते हुए जनरल रावत ने कहा कि सेना सरकार के आदेशों पर काम करती है।
अपने काम को लेकर उन्होंने कहा कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के बीच समन्वय स्थापित करना है। ये तीनों ही फोर्स टीम वर्क के तहत काम करेंगी और उस पर नजर रखने का काम सीडीएस करेगा। उन्होंने कहा कि हमें तीनों सेनाओं के जोड़ को तीन नहीं बनाना है बल्कि 5 या 7 करना है। इससे पहले जनरल बिपिन रावत ने गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद तीनों सेनाओं के प्रमुखों से भी मुलाकात की।
शहीदों को नमन के बाद अधिकारियों से मिले रावत
जनरल बिपिन रावत ने अपने कार्यकाल के पहले दिन की शुरुआत दिल्ली स्थित नैशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ की। उन्होंने आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवाणे, नेवी चीफ कर्मबीर सिंह और एयर चीफ मार्शल राकेश सिंह भदौरिया समेत अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की।
सीडीएस ने रक्षा मंत्री से की मुलाकात
देश के पहले सीडीएस का कार्यभार संभालने के बाद जनरल बिपिन रावत ने रक्ष मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। बता दें कि जनरल रावत 31 दिसंबर को आर्मी चीफ से रिटायर हुए थे।
विपक्ष के विरोध पर बोले, हम राजनीति से दूर रहते हैं
उन्होंने कहा कि हमारा फोकस सेनाओं के संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल, साझा सैन्य अभ्यास पर रहेगा। अपनी नियुक्ति पर राजनीतिक विरोध को लेकर रावत ने कहा कि हम राजनीति से दूर रहते हैं। विपक्षी दलों की ओर से राजनीतिक झुकाव के आरोपों को लेकर रावत ने कहा, ‘जो भी सरकार होती है, हम उसके आदेशों पर काम करते हैं।’