नागरिकता बिल पर असम में हिंसा, दो की मौत
गुवाहाटी : नागरिकता बिल को लेकर असम में हिंसा भड़क गई है. हिंसक हुई भीड़ ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया और खबर है की डिब्रूगढ़ जिले में विधायक बिनोद हजारिका के घर पर आग लगा दी। हिंसक भीड़ को काबू में करने कर लिए पुलिस ने भी बल प्रयोग किया जिससे दो लोगो की मौत हो गई है.
नागरिकता बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास हो गया है जिसके बाद से ही असम में हिंसा का दौर शुरू हो गया है. हलाकि सरकार ने स्तिथि को पहले से ही भापते हुए 10 जिलों में इंटरनेट पर 48 घंटे के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद भी लोग इस बिल के विरोध में सडको पर प्रदर्शन कर रहे है.
असम के अडिशनल चीफ सेक्रेटरी कुमार संजय कृष्णा ने जानकारी दी कि असम के 10 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सर्विस को अगले 48 घंटों के लिए और बंद रखा गया है। वहीं मेघालय में भी इंटरनेट और एसएमएस सर्विस पर रोक लगा दी गई है। यह रोक अगले 48 घंटे तक लागू रहेगी। सरकार ने तनाव को लेकर फैल रही अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए यह कदम उठाया है।
बिल को भाजपा ने सराहा तो विपक्षियो ने नकारा
संसद के दोनों सदनों में पास होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे अपनी मंजूरी भी दे दी है. इस विधेयक पर भाजपा ने खुशी जताई है तो वाही कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने इसे संविधान पर हमला कहा है. इस बिल पर अमित शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 संसद में पारित होने के साथ ही करोड़ों वंचित और पीड़ित लोगों के सपने आज साकार हुए हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने कहा नागरिकता संशोधन बिल संविधान पर हमला है. इस बिल पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था सरकार हिन्दुस्तान को एक धर्म आधारित देश बनाना चाहती है क्या ? इस तरह का कानून बनाने के बाद पूरी दुनिया में हमारा मजाक बनेगा.