गुजराल की बात मान लेते तो नहीं होते 84 के दंगे : मनमोहन सिंह
नई दिल्ली : सिख विरोधी दंगो को लेकर डॉ मनमोहन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है की अगर नरसिम्हा राव, इंद्र कुमार गुजराल की बात मान लेते तो 1984 के सिख विरोधी दंगे होते ही नहीं. डॉ मनमोहन सिंह ने यह बात पूर्व प्रधानमंत्री गुजराल की जयंती पर आयोजित एक समारोह में कही। इस दौरान उन्होंने गुजराल को दूरदर्शी भी बताया .
कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें नैतिकता पर चलने वाला राजनीतिज्ञ बताया और उनकी दोस्ती की बात भी बताते हुए कहा की मुखर्जी जब पहली बार पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की सरकार में बतौर राज्य मंत्री शामिल किये गये थे तब गुजराल कैबिनेट मंत्री थे और तभी से उनके बीच दोस्ती का एक सिलसिला शुरु हुआ था। मुखर्जी ने बताया कि गुजराल चाहते तो वर्ष 1997-98 में डीएमको को बाहर करके अपनी सरकार बचा सकते थे, लेकिन उन्होंने नैतिकता के आधार पर इसके लिए तैयार नहीं हुए और उसके बाद जो हुआ वह सब जानते हैं।
उल्लेखनीय है की 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा हत्या करने के बाद देश में सिख विरोधी दंगे हुए थे। जिसमें 3,325 लोग मारे गए थे। अकेले दिल्ली में 2,733 लोगों की जान गई थी।