भारत में सुरक्षित नहीं ‘मोबाइल बैंकिंग’: क्वालकॉम
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने डिजिटल बैंकिंग और मोबाइल को बटुआ बनाने के नारे के साथ ही नोटबंदी की बात को सही ठहराया है। एक तरफ केंद्र सरकार देश में मोबाइल फोन के जरिए डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है, वहीं चिपसेट मेकर कंपनी क्वालकॉम का कहना है कि भारत में कोई भी मोबाइल ऐप सुरक्षित नहीं है। कंपनी का कहना है कि भारत में कोई भी वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग ऐप्लिकेशन हार्डवेयर लेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं करता है, जिससे सुरक्षित तरीके से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स हो सके।
क्वालकॉम के सीनियर डायरेक्टर प्रॉडक्ट मैनेजर एसवाई चौधरी ने कहा, ‘यह जानकार आपको हैरानी होगी कि दुनिया भर के अधिकतर बैंकिंग और वॉलेट ऐप्स हाईवेयर सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं करते। वे पूरी तरह एंड्रॉयड मोड में चलते हैं और यूजर्स के पासवर्ड को आसानी से चुराया जा सकते है। यूजर्स के फिंगरप्रिंट्स को भी कैप्चर किया जा सकता है। भारत में डिजिटल वॉलेट्स और मोबाइल बैंकिंग ऐप्स के लिए यह बड़ी चिंता है।’
हाईवेयर सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं-
चौधरी ने कहा कि भारत के सबसे मशहूर डिजिटल पेमेंट ऐप्लिकेशन के द्वारा भी हार्डवेयर लेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं किया जाता। एसवाई चौधरी ने कहा, ‘हम इसलिए ऐसी बात कर रहे हैं कि कोई भी कंपनी अपने ऐप में हार्डलेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं करती क्योंकि हमने ओरिजिनल इक्विपमेंट मेकर्स के साथ काम किया है।’ मार्केट रिसर्च फर्म स्ट्रैटजी एनालिटिक्स के मुताबिक मोबाइल चिपसेट मार्केट में क्वालकॉम 37 पर्सेंट शेयर के साथ दुनिया में सबसे आगे है।
आसानी से चोरी हो सकता है यूजर्स का पासवर्ड-
उन्होंने कहा, ‘जब आप किसी ऐप को डाउनलोड करते हैं तो आप यह नहीं जानते कि वह हार्डवेयर लेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल कर रहा है या नहीं।’ चौधरी ने कहा कि क्वालकॉम डिजिटल पेमेंट कंपनियों से संपर्क कर रही है ताकी मोबाइल पेमेंट को सुरक्षित बनाया जा सके। क्वालकॉम के अधिकारी ने कहा, ‘हम चिपसेट्स में लोगों को पूरी सिक्यॉरिटी प्रोवाइड कर रहे हैं। यह लेयर मोबाइल फोन में ट्रांजैक्शंस को ऑपरेटिंग सिस्टम से अलग करती है। यह ट्रांजैक्शन में किसी मालवेयर इफेक्ट पर भी नजर रखती है।’
‘आधार कार्ड’ तकनीक है बेहतर-
मोबाइल ऐप को असुरक्षित बताने वाले एसवाई चौधरी ने यूपीए सरकार की ओर से शुरू की गई आधार कार्ड योजना की सराहना की है। चौधरी ने कहा, ‘भारत सरकार की ओर से शुरू की गई आधार योजना का डिजिटल वर्जन पूरी दुनिया के देशों से कहीं आगे की तकनीक है।’