बैगा युवाओं के लिये खुले रोजगार के द्वार : विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के 57 शिक्षित युवक-युवती बने शाला संगवारी
रायपुर, छत्तीसगढ़ सरकार के जिला खनिज संस्थान न्यास नियम में संशोधन के फैसले से स्थानीय युवाओं को रोजगार सहित क्षेत्र के विकास की पहल अब मूर्त रूप लेकर सामने आ रही है। छत्तीसगढ़ सरकार की नई संशोधित नीति ने कबीरधाम जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के शिक्षित युवक-युवतियों के लिए रोजगार के द्वार खोल दिए हैं। जिले के 57 बैगा युवक-युवितयों का चयन शाला संगवारी के पद पर किया गया है। अब ये युवक-युवती सरकारी स्कूलों में पढ़ायेंगे। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री तथा कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर ने 31 अक्टूबर को कवर्धा जिला पंचायत में 57 शाला संगवारी के रूप में चयनित बैगा युवक-युवतियों को “शाला संगवारी“ प्रमाण पत्र प्रदान किया।
चयनित शाला संगवरी में 50 प्राथमिक स्कूल के लिए और सात पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्कूल के लिए शामिल है। इस अवसर पर पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर, कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण सहित चयनित बैगा परिवार के पालकगण भी उपस्थित थे।
प्रदेश में कबीरधाम पहला जिला बन गया है, जहां जिला खनिज संसाधन न्यास के तहत पहली बार ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करते हुए 80 एएनएम की पदस्थापना की गई है। इसके अलावा जिला अस्पताल में चार अलग-अलग विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती की गई है। कबीरधाम जिले में आर्थिक रूप से कमजोर प्रतिभाशाली युवक-युवतियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले जेईई और नीट प्रतियोगिता की तैयारी के लिए आवासीय कोचिंग संचालित की जा रही है। कबीरधाम जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार की डीएमएफ के संशोधित नए फैसले के तहत सभी निर्णय को मूर्त रूप दिया गया है।
वन मंत्री तथा कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर और जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेडि़या की अध्यक्षता में आयोजित जिला खनिज न्यास संस्थान की बैठक में कबीरधाम जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाने और स्थानीय स्तर पर वनांचल में निवासरत अति पिछड़ी जनजाति में शिक्षित युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध करने का फैसला किया गया था। इसके अलावा जिले के वनांचल क्षेत्र में संचालित स्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम की भर्ती और जिला चिकित्सालय में चार अलग-अलग विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती का निर्णय किया गया था।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रीमंडल की बैठक में छत्तीसगढ़ खनिज संस्थान न्यास नियम 2015 में संशोधन की मंजूरी दी गई है। नए संशोधन के बाद अब डीएमएफ की राशि से शासकीय अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन और उन्हें प्रभावी बनाने के लिए संसाधनों की उपलब्धता बनाने स्कूलों के शिक्षकों की कमी दूर करने तथा खनन और संबंध गतिविधियों में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष प्रभावित इलाकों के परिवार के सदस्यों को नर्सिग, चिकित्सा शिक्षा, इंजीनियरिंग, निधि प्रबंधन, उच्च शिक्षा, व्यवसायिक, तकनीकी शिक्षा, शासकीय संस्थाओं, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक शुल्क और छात्रावास शुल्क में भुगतान के साथ ही सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग और आवासीय प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था करने का फैसला लिया गया है। जिले में राज्य सरकार की इस फैसले का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।
शासकीय प्राथमिक शाला राजाढार में सुनउ सिंह को, मादीभाठा में पलटू सिंह, को, सजनखार में पंचवती मरावी, बड़ौदाखुर्द में जगनी बैगा, छपरापारा में सीमा, रमपुरा में संतोषी मेरावी, कुण्डापानी में ममता, सुखझर में श्रीमती गंगोत्री, खुजुर सिंह को बनगौरा, गुडली में सुखदेवी, सेजहडीह में बुधराम धुर्वे, जामपानी में हिरदु सिंह बैगा, कुल्हीडोरी में रामसिंह बैगा, माचापानी में धरम सिंह, पडरीपानी में रामाधीन, आगरपानी में मनबोधी, खम्हरिया में जनिया बैगा, मुकाम में शत्रुहन, काशीपानी में करन सिंह, बदनाचुवा में दुकलू राम, भड़गा में श्रीमती पन्टोरिन मेरावी, शंभुपीपर में रामप्रसाद, बाहपानी में जयसिंह बैगा, आमापानी में सम्मल सिंह, छिन्दीडीह में सोनराज, तेलियापानी धोबे में चौनसिंह, आश्रम पंडरीपानी में तिहारी, चकमकटोला में अमरित लाल, केसदा में राजेश कुमार बैगा, मुडवाही में ईश्वर सिंह, सरेण्डा में तेजेश्वरी, बांसाटोला में श्रीमती बिरसो बाई, कारीमाटी में रामकुमार, ठेगाटोला में मान बैगा, आश्रम चेन्दरादादर में रतन सिंह धुर्वे, खिचराही में दिनेश, बोदलपानी में जगमोहन धुर्वे, जोकपानी में गायत्री पिंडुलिया, बोदई में सुखबती, कबरीपथरा में राजकुमार और शासकीय प्राथमिक शाला सरहापथरा में संतोष कुमार को शाला संगवारी के लिए नियत मानेदय पर रखा गया है। इसी प्रकार शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला झलला में संजु कुमार, बोदा 47 में टेकवंतीन धुर्वे, छुही में दिलीप कुमार, सेंन्दूरखार में सरोज, लरबक्की में केशव प्रसाद और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला शंभुपीपर में सोना बाई को शाला संगवारी के लिए नियत मानेदय पर रखा गया है।