कश्मीर में शहीद हुए जवान गामिल कुमार श्रेष्ठ का वाराणसी में हुआ अंतिम संस्कार
कश्मीर के कुपवाड़ा (तंगधार सेक्टर) में पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में राइफलमैन गामिल कुमार श्रेष्ठ का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम वाराणसी लाया गया। गोरखा ट्रेनिंग सेंटर (जीटीसी) 39 में श्रद्धासुमन अर्पित करने और सशस्त्र सलामी दिए जाने के बाद अंतिम यात्रा शुरू हुई। हरिश्चंद्र घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
कुपवाड़ा में शनिवार रात हुई फायरिंग में राइफलमैन गामिल और हवलदार पदम बहादुर श्रेष्ठ शहीद हो गए थे। दोनों ही जवान गोरखा राइफल यूनिट के थे और उन्होंने 39 जीटीसी में ट्रेनिंग पूरी की थी। पदम बहादुर का पार्थिव शरीर असम भेजा गया है जबकि नेपाल निवासी शहीद राइफलमैन गामिल का पार्थिव शरीर एयर इंडिया के विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट लाया गया। यहां एयरपोर्ट डायरेक्टर आकाशदीप माथुर, सीआईएसएफ के कमांडेंट सुब्रत झा, मेजर हरीश विजेंद्रन, एसडीएम पिंडरा, एसपीआरए मार्तंड सिंह, सीओ पिंडरा अनिल राय समेत कई अधिकारियों ने पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एयरपोर्ट से शहीद का शव सेना की ट्रक से 39 जीटीसी पहुंचने पर माहौल गमगीन हो गया। कमांडिंग अफसर बिग्रेडियर हुकुम सिंह बैंसला समेत सेना के अन्य अधिकारियों ने शहीद को सलामी दी। जवानों और अफसरों को अपना साथी खोने का दुख था तो देश के लिए शहीद होने का गर्व भी। परिजन के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। पूरे सम्मान के साथ अंतिम यात्रा के बाद हरिश्चंद्र घाट पर शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद गामिल कुमार श्रेष्ठ का विवाह नहीं हुआ था। वर्ष 2017 में ही उन्होंने ट्रेनिंग पूरी की थी।
Source: Uttarpradesh