अयोध्या: विवादित स्थल से सटे रामकोट क्षेत्र में संत जलाएंगे सवा लाख दीप
बीते दिनों विश्व हिंदू परिषद समर्थित संत-महंतों ने राम जन्मभूमि परिसर में 51 हजार दीप जलाने की मांग विवादित परिसर के रिसीवर/कमिश्नर से की थी, लेकिन अनुमति नहीं मिल पाई। अब धर्माचार्यों ने दीपावली के दिन विवादित स्थल से सटे रामकोट क्षेत्र के सभी घरों और मंदिरों के साथ श्री राम जन्मभूमि निर्माण कार्यशाला में सवा लाख दीप जलाने की बात कही है। संतों ने कहा है कि भगवान राम के अयोध्या आगमन पर पूरे देश में दीपावली का त्योहार मनाया जाता है और उन्हीं की जन्मभूमि में हम लोगों को दीप जलाने की परमिशन नहीं मिल रही है।
रामलला के दरबार में 51 दीप जलना दुर्भाग्यपूर्ण
श्री राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि विगत दो वर्षों से योगी सरकार दीपक जलाकर रेकॉर्ड बना रही है। हालांकि रामलला के दरबार में मात्र 51 दीप जलते हैं। परमिशन न मिलने की स्थित में अब संतों ने संपूर्ण राम जन्मभूमि क्षेत्र में दीपक जलाने का निर्णय किया है। अयोध्या समिति अध्यक्ष सनकादिक आश्रम पीठाधीश्वर महंत कन्हैया दास ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर दीपक जलाने की अनुमति अदालत से मांगनी पड़े इससे बड़ा रामलला के भक्तों का दुर्भाग्य क्या हो सकता है। रामलला के भक्तों का आह्वान करते हुए महंत ने कहा कि शासन द्वारा के आयोजन के दूसरे दिन दीपावली पर्व पर संपूर्ण रामकोट क्षेत्र मे श्रीरामलला को दीपक जलाकर हिंदू समाज अपनी श्रद्धा निवेदित करे।
रामलला के भक्तों का आह्वान करते हुए कहा कि शासन द्वारा दीपोत्सव के आयोजन के दूसरे दिन दीपावली पर्व पर सम्पूर्ण रामकोट क्षेत्र मे श्रीरामलला को दीपक जलाकर हिन्दू समाज अपनी श्रद्धानिवेदित करे। हनुमान गढ़ी अखाड़े के पुजारी रमेश दास ने कहा श्रीराम जन्मभूमि सत्य और सनातन परम्पराओं की पहचान है। इस पहचान को मजबूती प्रदान करना हम सभी का उत्तरदायित्व है।
महंत अवध बिहारी दास ने कहा श्रीराम हमारी आस्था और विश्वास के केन्द्र है। उनकी पावन जन्मभूमि दीपक जलाकर श्रद्धानिवेदित करना सभी भक्तों का संवैधानिक अधिकार है। हालांकि आज हमारी भावनायें राम लला के पावन चरणों मे दीपक ना जला पाने से आहत हैं। इसलिए रामभक्त अपने-अपने घरों और मठ-मंदिरों पर दीपावली को श्रीराम के नाम पर कम से कम ग्यारह दीपक अवश्य जलाएं।
वीएचपी के प्रवक्ता शरद शर्मा ने संतों की भावनाओ को सर्वोपरि बताया और कहा असत्य पर सत्य की विजय का सम्मान है दीपावली। रामकोट क्षेत्र में दीपक जलाने हेतु संतो के आह्वान से हम सभी बंधे हैं। एक दिन पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या मे दीपोत्सव कार्यक्रम मे हम सभी सहभागी बने तो 27अक्टूबर को दीपक जलाकर कर पूज्य संतों के निर्णय को आत्मसात करें।
Source: Uttarpradesh