भर्तियों में भ्रष्टाचार: यूपी लोक सेवा आयोग के कंप्यूटर सेक्शन में राज खंगालने पहुंची सीबीआई
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी की जांच कर रही सीबीआई को एक्सपर्ट पैनल के गठन और एपीएस भर्ती में नियमों को लेकर कुछ अनियमितताएं मिली हैं। मंगलवार को दूसरे दिन एसपी विजयेन्द्र कुमार के नेतृत्व में आयोग पहुंची सीबीआई की टीम घंटों कंप्यूटर सेक्शन में रही।
इस दौरान पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रभुनाथ के साथ ही कंप्यूटर सेक्शन के एक वरिष्ठ अधिकारी से भी गहन पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को एक्सपर्ट पैनल के गठन और एपीएस भर्ती समेत कुछ अन्य परीक्षाओं में नियमों के विरूद्ध कार्य करने के सबूत मिले हैं।
कई जिलों से पहुंचे थे शिकायतकर्ता
सीबीआई के प्रयागराज पहुंचने की सूचना पर प्रदेश के कई जिलों से शिकायतकर्ता मंगलवार को सीबीआई के कैंप कार्यालय पहुंच गए। सुबह एसपी विजयेन्द्र ने खुद कुछ शिकायतकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद वह टीम के साथ आयोग के लिए निकल गए। आयोग में सुबह करीब दस बजे से ही सीबीआई टीम पहुंच गई थी, जो शाम तक रही।
इस दौरान टीम का मुख्य फोकस कंप्यूटर सेक्शन पर ही रहा। आयोग के सूत्रों के अनुसार, टीम को जांच-पड़ताल के दौरान एपीएस समेत कई परीक्षाओं में नियमों को ताक पर रखकर काम करने के सबूत मिले हैं।
व्यापक स्तर पर धांधली का आरोप
गौरतलब है कि प्रतियोगी छात्रों की ओर से हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर कहा गया है कि लोक सेवा आयोग द्वारा 1 अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2017 के बीच आयोजित की गई परीक्षाओं की सीबीआई जांच की अधिसूचना 21 नवंबर 2017 को जारी की गई थी। इन परीक्षाओं में व्यापक स्तर पर धांधली और अनियमितता का आरोप है। लेकिन 1 वर्ष 8 महीने बीत जाने के बाद भी सीबीआई की जांच प्रारंभिक स्तर से आगे नहीं बढ़ सकी है।
सीबीआई जांच को समय से पूरा करने की मांग
सीबीआई ने अब तक सिर्फ एक मामले में ही एफआईआर दर्ज की है। प्रतियोगी छात्रों द्वारा आरटीआई में मांगी गई सूचना से पता चला है कि इस दौरान 35779 नियुक्तियां की गई हैं। इन सभी नियुक्तियों की जांच होनी है, जिससे प्रतियोगी छात्रों का विश्वास कायम रहे। कोर्ट से मांग की गई है कि सीबीआई को समयबद्ध जांच पूरी करने का निर्देश दिया जाए।
Source: Uttarpradesh