नक्सलियों ने की तीन ग्रामीणों की हत्या, हेलिकॉप्टर से पहुंचे अधिकारी
रांची. खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के रायतोड़ांग गांव में सोमवार को नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों को मार डाला. मंगलवार को गृह विभाग के विशेष सचिव बीबी प्रधान सहित कई अफसर हेलिकॉप्टर से रायतोड़ांग पहुंचे. हेलिकॉप्टर के लिए गांव से दो किमी दूर हेलिपैड बनाया गया था. उन्हाेंने ग्रामीणों से बातचीत की. ग्रामीणों ने कहा कि सर, आपलोग तो हेलिकॉप्टर से आए हैं. कुछ देर बाद उसी से चले जाएंगे. नक्सली कल फिर आएंगे, तब हमें कौन बचाएगा.
आए दिन नक्सली गांव में आकर हमें धमकाते हैं. मारपीट करते हैं. एक सप्ताह पहले भी नक्सली आए थे. नक्सलियों ने कई ग्रामीणों के साथ मारपीट की थी. मंगलवार दोपहर दो बजे मारे गए ग्रामीणों का पोस्टमार्टम किया गया. करीब छह बजे परिजनों को शव सौंप दिए गए. मौके पर सचिव अबु इमरान, विशेष शाखा के एडीजी अनुराग गुप्ता, सीआरपीएफ आईजी संजय लाटकर मौजूद थे. आईजी ऑपरेशन एमएस भाटिया, डीआईजी आरके धान, खूंटी डीसी चंद्रशेखर, 94 बटालियन के कमांडेंट राजकुमार भी गांव पहुंचे थे.
प्रधान ने कहा कि नक्सली हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को केंद्र की तरफ से पांच लाख रुपए दिया जाएगा. वहीं राज्य सरकार की ओर से भी पीड़ित परिवार को एक लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा. खूंटी एसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि घटना में पीएलएफआई के प्रभु सहाय पूर्ति के दस्ते का हाथ हो सकता है.
वहीं, पीएलएफआई उग्रवादियों की फायरिंग से सोमवार को घायल हुए चार ग्रामीणों से रिम्स में मिलने डीएसपी सदर विकास चंद्र श्रीवास्तव पहुंचे. सभी को एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के निर्देश पर पांच पांच हजार रुपए नगद और फल सहायता के रूप में प्रदान किए गए है. डीएसपी ने सभी चारों घायलों विक्रम पूर्ति, पाकू पूर्ति, टोटो मुंडा और सीनू मुंडा से मुलाकात की और उनका हालचाल लिया. उग्रवादियों द्वारा ताबड़तोड़ गोली चलाने की इस घटना में एक को कोहनी में, दो को हाथ में गोली लगी है. जबकि, एक को पैर में गोली क्रास करते हुए निकल गई. चारों घायलों की स्थित अब ठीक है. सोमवार को घटना खूंटी के अड़की थाना क्षेत्र के राय तोडांग गांव में घटी थी. ग्रामीण सभा नाव खानी की कर रहे थे. तभी अचानक पीएलएफआई के उग्रवादी आए और गोलियां बरसानी शुरू कर दी.