कनाडा की सत्ता से बाहर हो सकते हैं जस्टिन ट्रूडो
चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल में ट्रूडो की लिबरल पार्टी की अपने प्रतिस्पर्धी कंजर्वेटिव पार्टी के हाथों स्पष्ट हार या फिर सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी उसके बहुमत से दूर रहने की आशंका प्रकट की गई है। ऐसे में अगर ट्रूडो ने विपक्षी दल के समर्थन से सरकार बना भी ली तो सत्ता पर उनकी पकड़ ढीली हो जाएगी। अगर परिणाम ट्रूडो के पक्ष में नहीं आए तो ऐसा 84 साल में पहली बार होगा जब पहली बार बहुमत के साथ कनाडा का प्रधानमंत्री चुना गया कोई शख्स दोबारा बहुमत हासिल नहीं कर सका हो।
ट्रूडो ने रविवार को अपने आखिरी प्रचार में बेहद भावुक अपील की और कहा कि उन्हें उनके पहले कार्यकाल की उपलब्धियों के आधार पर सत्ता में वापसी का मौका दिया जाना चाहिए। उन्होंने प्रतिस्पर्धा शीयर के उस वादे से भी लोगों को आगाह किया कि अगर शीयर की पार्टी सरकार में आई तो वह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कठोरता से काम करेगी और भारी मात्रा में जैव इंधनों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए कार्बन टैक्स भी लगाएगी। ट्रूडो ने कहा था, ‘हमें एक मजबूत, प्रगतिशील सरकार की जरूरत है न कि एक प्रगतिशील विपक्ष की। एक ऐसी सरकार की दरकार है जो कनाडा के लोगों को एकजुट करे और जलवायु परिवर्तन से लड़े।’
47 वर्षीय ट्रूडो ने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की दमदार शख्सियत का फायदा उठाकर 2015 में चुनाव जीता था। लेकिन उनकी सरकार में हुए घोटालों और लोगों की उनसे आसमान छूती अपेक्षाओं के कारण उनकी सत्ता में वापसी की संभावना को कमजोर कर दिया। ट्रूडो ने कनाडा में करीब 10 साल तक कंजर्वेटिव पार्टी के शासन के बाद 2015 में उदारवादी सरकार की वापसी की, लेकिन उनके जैसे प्रगतिशील नेता दुनिया के गिने-चुने ही हैं।
Source: International