अवैध प्रवासियों के लिए 4 रास्ते विश्व में है लोकप्रिय
गुरुवार को मेक्सिको ने अवैध तरीके से रह रहे 311 प्रवासियों को वापस स्वदेश भेजा गया। अमेरिका में बेहतर रोजगार अवसर की उम्मीद में मेक्सिको पहुंचे इन प्रवासियों ने एजेंट्स को 20 से 30 लाख रुपये तक दिए थे। इससे पहले भी कई बार हजारों प्रवासियों ने ऐसा किया है। अवैध प्रवासी किस रास्ते से अमेरिका जाते हैं और कैसे पहुंचते हैं समझें यहां…
भारत से अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने का है यह रास्ता
भारत – दुबई
दुबई – रूस
रूस – इक्वाडोर
इक्वाडोर – ग्वाटेमाला
ग्वाटेमाला – मेक्सिको
मेक्सिको से अवैध तरीके से
2014 में मनप्रीत सिंह की कहानी याद आई
311 भारतीयों को मेक्सिको से वापस भारत भेज दिया गया। इसके साथ ही मनप्रीत सिंह की 2014 की कहानी फिर से याद आ गई। मनप्रीत के परिवार ने 26 लाख का लोन लेकर उसे अवैध तरीके से अमेरिका भेजने का इंतजाम किया था।
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ऐसी रही थी मनप्रीत की यात्रा, लेकिन पकड़ा गया
मनप्रीत भारत से दुबई पहुंचा और वहां से वह रूस गया। रूस से वह इक्वाडोर पहुंचा और वहां उसने 2 महीने बिताए।
इक्वाडोर से मनप्रीत और ग्रुप ग्वाटेमाला पहुंचे जहां उन्होंने जंगल में पूरी रात बिताई। उस ग्रुप में से कुछ लोग मेक्सिको पहुंच गए और वहां से अमेरिका के लिए गाड़ी से रवाना हुए। पट्रोलिंग के दौरान US बॉर्डर सुरक्षा बलों की नजर में न आएं, इसके लिए ग्रुप बंट गया और पैदल ही आगे बढ़ा।
मेक्सिको में बंटे हुए ग्रुप में से मनप्रीत ने 2 महीने एक पुलिसमैन के घर में बिताई। घर बाहर से लॉक था, इस कारण किसी को उन पर शक नहीं हुआ।
एक सुबह उन्हें टेक्सस के लिए ले जाया गया, लेकिन मनप्रीत पकड़ा गया और आखिरकार 9 महीने बाद उसे वापस भारत भेज दिया गया।
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अवैध प्रवेश के विश्व में ये 4 रास्ते लोकप्रिय
पूर्वी-भूमध्यसागर का रास्ता
यह वह पैसेज है जिसे लंबे समय से प्रयोग किया जाता रहा है। तुर्की के रास्ते यूरोपियन यूनियन पहुंचा जाता है। 2011 में सीरिया युद्ध के बाद से यह रास्ता और भीड़-भाड़ वाला हो गया।
भूमध्यसागर रूट
90% लोग जो यूरोप समुद्र के रास्ते से पहुंचते है, इसी रूट का प्रयोग करते हैं। 10 अफ्रीकी और एशियाई देश सीरिया, अफगानिस्तान, इरिट्रिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, इराक, सोमालिया, सूडान और बांग्लादेश से शरणार्थी इस रूट का प्रयोग करते हैं।
सेंट्रल अमेरिकन रूट
यूएस बॉर्डर पहुंचने के लिए इस रास्ते का काफी प्रयोग किया जाता है। खास तौर पर स्मगलिंग और ड्रग्स सर्कल में यह रास्ता प्रयोग होता है।
साउथ-ईस्ट एशियन रूट
शरणार्थियों पर कुछ देशों की सख्त नीति, माइग्रेशन पॉलिसी में बदलाव और दूसरे कारणों से साउथ ईस्ट एशिया अब शरणार्थियों के लिए बहुत खतरनाक जगह बनती जा रही है।
शरणार्थी और अवैध प्रवासी को लेकर मतभेद
शरणार्थी और अवैध प्रवासी के बीच एक स्पष्ट रेखा रही है। शरणार्थियों की श्रेणी अलग होती है और अवैध प्रवासियों की अलग। हालांकि, हकीकत यह है कि शरणार्थी दर्जा पाने से पहले ज्यादातर मामलों में अवैध तरीके से ही अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की जाती है। कुछ लोगों का अपना घर युद्ध, संघर्ष, मानवीय-प्राकृतिक आपदा, आर्थिक संकट के कारण देश छोड़ना पड़ता है। इन्हें 1951 के रिफ्यूजी कन्वेंशन के तहत शरणार्थी का दर्जा नहीं मिलता।
Source: International