उत्तर प्रदेश में फरवरी में हो सकते हैं विधानसभा
नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने यूपी बोर्ड के फैसले पर रोक लगा दी है. यूपी बोर्ड की परीक्षा की तारीखों का गुरुवार को ही ऐलान हुआ था जिस फैसले पर गुरुवार को चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है. बताया जा रहा है कि यूपी बोर्ड नहीं बल्कि चुनाव आयोग ही परीक्षाओं को तारीख तय करेगा. वहीं अब यूपी चुनाव होने के बाद ही बोर्ड की परीक्षाएं होंगी.अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पांडे का कहना है की आज शुक्रवार को दिल्ली में बैठक होने वाली है. बोर्ड एग्जाम टालने का फैसला कल दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद लिया जायेगा.
चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश में फरवरी में विधानसभा चुनाव होने के कयास लगाये जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक क्रिसमस के बाद चुनाव का शेड्यूल भी जारी किया जा सकता है. इससे पहले प्रदेश सरकार की ओर से योजनाओं का धुंआधार उद्घाटन किए जाने से चुनाव जल्दी होने के कयास पहले से ही लग रहे थे.
अगले साल यूपी के साथ उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में चुनाव होने हैं. इसमें यूपी विधानसभा का कार्यकाल 27 मई को पूरा होगा. मणिपुर, गोवा और पंजाब का कार्यकाल 18 मार्च को और उत्तराखंड का 26 मार्च को पूरा होगा. यूपी को छोड़कर अन्य चार राज्यों में आयोग को चुनाव मार्च तक पूरे करवाने ही होंगे. सुरक्षा की दृष्टि से केवल मणिपुर संवेदनशील है. इसलिए सुरक्षा इंतजामों के लिए आयोग के सामने अधिक सवाल नहीं होंगे. ऐसे में बाकी राज्यों के साथ ही यूपी में चुनाव होने की भी संभावनाएं देखी जा रही हैं.
2012 में भी दिसंबर में चुनाव कार्यक्रम घोषित हुआ था, जबकि पहले चरण की अधिसूचना 12 जनवरी को जारी हुई थी.