रमन सिंह की साख भाजपा नेतृत्व के सामने गिर गयी है: कांग्रेस
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को भारतीय जनता पार्टी की सूची में शामिल नहीं किये जाने पर कांग्रेस ने कहा कि रमन सिंह की साख भाजपा नेतृत्व के सामने गिर गयी है। प्रदेश के कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अंतागढ़ खरीदी कांड, नान घोटाला और डीकेएस घोटाला तथा चिटफंड कंपनियों में मिलीभगत की साजिशों के रोज हो रहे खुलासों और इन घोटालों में रमन सिंह की सहभागिता के आरोपों के कारण रमन सिंह की कलई जनता के साथ-साथ भाजपा नेतृत्व के सामने भी खुल गयी है। छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद दंतेवाड़ा उपचुनाव में भी भाजपा ने रमन सिंह को आगे कर लड़ा था।
दंतेवाड़ा उपचुनाव में भाजपा की करारी हार हुई है। भाजपा नेतृत्व डर रहा है कि रमन सिंह की दागदार छवि का नुकसान भाजपा को महाराष्ट्र, हरियाणा विधानसभा चुनावों में उठाना पड़ेगा। इसी लिये भाजपा नेतृत्व ने हरियाणा, महाराष्ट्र सहित देश के अन्य स्थानों पर होने वाले उपचुनावों के लिये जारी स्टार प्रचारकों की सूची में रमन सिंह को शामिल नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को, सरोज पाण्डेय को स्थान मिला है।
शिवराज सिंह भी तो रमन सिंह के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाये गये थे। भाजपा नेतृत्व ने सूची में रमन सिंह को शामिल नहीं करके उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोपों की गंभीरता को प्रमाणित किया है।प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की सूची से रमन सिंह का नाम नहीं, शामिल होना सामान्य और नजर अंदाज करने वाली घटना नहीं है। पार्टी नेतृत्व का अपने उस नेता के प्रति अविश्वास की अभिव्यक्ति है, जिसने रमन सिंह को तीन बार राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था। रमन सिंह मे जरा भी नैतिकता बची हो तो वे राजनीति से सन्यास लें लें।