पेन-ड्राइव से बढ़ी चिन्मयानंद की मुसीबत
शाहजहांपुर : चिन्मयानंद के खिलाफ एसआईटी को सौपी गई ‘पेन-ड्राइव’. पूर्व बीजेपी सांसद स्वामी चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली छात्र के भाई ने एसआईटी को सोमवार को एक ‘पेन-ड्राइव’ सौंपी है. पीड़ित लड़की और उसके भाई का दावा है कि अगर एसआईटी ने ईमानदारी से जांच की तो ‘पेन-ड्राइव’ में सब कुछ मौजूद है. ‘सब-कुछ’ के बारे में खुलकर कहने वाले युवक का दावा है, ‘इस पेन ड्राइव में एक वीडियो है, चिन्मयानंद का असली चेहरा क्या है? जांच में यह सब उजागर करने के लिए पेन-ड्राइव ही काफी है.’
इधर पीडिता ने पुलिस की एसआईटी द्वारा की जा रही लंबी पूछताछ पर प्रश्नचिंह लगे हुए कहा है की पुलिस उनसे ऐसे पूछ रही है जैसे वे ही आरोपी हो. परिवार का आरोप है कि एसआईटी की उनसे पूछताछ की स्टाइल ऐसी है जैसे वे अपराधी हैं, जबकि दुष्कर्म के आरोपी और जान से मारने की धमकी देने वाले स्वामी चिन्मयानंद से एसआईटी अभी तक एक बार भी आमना-सामना नहीं कर सकी है.
बतादें एसआईटी द्वारा युवक से 10-11 घंटे पूछताछ की गई है जिसके बात पीडिता के परिवार ने आरोप लगाया है. इधर सोमवार पीड़िता द्वारा शाहजहांपुर में मीडिया से साफ-साफ कहा गया था कि ‘कॉलेज के हॉस्टल वाला उसका कमरा खोलकर देखा जाए. स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ उस कमरे में तमाम सबूत मौजूद हैं.’
ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि पीड़िता द्वारा खुद का भाई बताए जा रहे संजय नामक लड़के ने जब पेन-ड्राइव में मौजूद स्वामी चिन्मयानंद से जुड़ी वीडियो क्लिप एसआईटी के हवाले कर दी, तो फिर अब इससे भी ज्यादा मजबूत और क्या सबूत हॉस्टल वाले बंद कमरे में छिपा हो सकता है?
सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार पूर्वाह्न् में पीड़िता के हॉस्टल वाले बंद कमरे को भी एसआईटी ने खोल दिया. कमरे के अंदर क्या कुछ मिला? इस सवाल का अधिकृत जबाब देने से यूपी पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह से लेकर एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोरा तक चुप्पी साधे हुए हैं.