कुपोषण से कोरवा जनजाति की बच्ची की मौत चिंतनीय- कौशिक
रायपुर। भाजपा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मेडिकल कॉलेज में एक डेढ़ वर्षीय कोरवा जनजाति बच्ची की मृत्यु केवल कुपोषण के कारण हो जाती है। वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल कुपोषण को लेकर दिल्ली से रायपुर तक कागजी कार्यशाला में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि कोरवा जनजाति की डेढ़ वर्षीय बच्ची का मृत्यु समाज के संवर्धन व संरक्षण पर सवाल खड़ा करता है जिसका हम सब ने संकल्प लिया है। यह जनजाति राष्ट्रपति द्वारा संरक्षित जनजाति है।
जिनकी संख्या लगातार कम होने से इनके संरक्षण पर भी सवाल खड़ा होना लाजमी है। इस बच्ची की मौत ने प्रदेश सरकार के कुपोषण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान पूरी तरह से विफल है। आखिरकार सरकार की तरफ से किस तरह के कुपोषण को लेकर कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। पूरे देश में कुपोषण को लेकर छत्तीसगढ़ का सूचकांक तीसरे नंबर पर है। जिस पर प्रदेश महिला बाल विकास विभाग मंत्रालय को गंभीरता से चिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन 8 महीनों में सरकार हर मोर्चे पर विफल है। हमने इन 15 वर्षों में विकास की गति को बढ़ाया है वहीं उस विकास की परिकल्पना को गति देने में सरकार सफल नहीं है। चाहे कुपोषण हो या वनवासियों के विकास की बात हो प्रदेश सरकार केवल कागजी बयानबाजी में व्यस्त है। बस्तर में एक आदिवासी की मौत भूख की वजह से हो जाती है और वहीं सरकार केवल उत्सवों में व्यस्त है और वहीं आदिवासी बेमौत मारे जा रहे हैं। प्रदेश सरकार को इन सारे मसलों पर काम करना चाहिए।