दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत होगी : त्रिवेदी
रायपुर/ दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बस्तर संभाग की 11 सीटें कांग्रेस ने जीता था। सिर्फ दंतेवाड़ा विधानसभा कांग्रेस लगभग 2100 वोटों से पराजित हो गयी थी। उपचुनाव में अब कांग्रेस दंतेवाड़ा विधानसभा चुनाव भी निश्चित जीतेगी। दंतेवाड़ा उपचुनाव कांग्रेस पार्टी के जीतने के दावे का सबसे बड़ा आधार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के द्वारा किये गये जनहितकारी कार्य और फैसले है। पिछले आठ नौ महिनों में राज्य की कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता में बस्तर और बस्तर के निवासी रहे है। पहली बार बस्तर विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बस्तर के विधायक को बनाया गया ताकि स्थानीय जरूरतों के अनुसार फैसले लिये जाये। तेंदूपत्ता संग्राहकों का मानदेय 2500 से बढ़ा कर 4000 रू. कर दिया गया। लोहांडीगुड़ा में किसानों की जमीनों को वापस करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर के आदिवासियों के भरोसे को जीता है। 450000 से अधिक वन अधिकार पट्टों का पुनरीक्षण काम शुरू किया गया। बस्तर के मक्का उत्पादक किसानों को बेहतर बाजार और मूल्य उपलब्ध कराने कोण्डागांव में मक्का आधारित फूड प्रोसेसिंग प्लांट की आधारशिला रखी गयी। बस्तर में लोकतंत्र की बहाली के लिये सकारात्मक पहल शुरू की गयी। बस्तर के युवाओं को शासकीय सेवा के अवसर उपलब्ध कराने बस्तर के लिये अलग कनिष्ठ चयन बोर्ड बनाया जा रहा है। एनएमडीसी की भर्ती परीक्षा बस्तर में करने के आदेश दिये गये। कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार में फर्जी मुठभेड़, आदिवासियों के साथ अत्याचार पर रोक लगी है। बस्तर में पहले से बेहतर और शांति का माहौल है। बस्तर के लोगों को फॉरेस्ट एक्ट का लाभ मिल रहा है। किसानों की कर्जमाफी और 2500 रू. धान खरीदी का व्यापक लाभ बस्तर के लोगों को भी मिला। विश्व आदिवासी दिवस पर छुट्टी घोषित कर कांग्रेस सरकार ने आदिवासी समाज के सम्मान को बढ़ाने का काम किया है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि न सिर्फ दंतेवाड़ा उपचुनाव कांग्रेस जीतेगी। चित्रकोट उपचुनाव जिसकी घोषणा अभी बाकी है। उसे भी कांग्रेस पार्टी ही जीतेगी। एक तरफ जहां कांग्रेस की सरकार और संगठन पूरी एकजुटता से राज्य के लोगों की सेवा कर रही है। वहीं भाजपा में भगदड़ की स्थिति है। विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा खंड-खंड हो गयी है। भाजपा के पास कोई नेता नहीं है जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के मुकाबला कर सके। भाजपा के दिखावटी बैठकों से कुछ नहीं होने वाला है। भाजपा कितने भी बैठकें कर लें। छत्तीसगढ़ की जनता छत्तीसगढ़िया सरकार भूपेश बघेल सरकार और मंत्रियों के साथ खड़ी है।