19 साल बाद अब भारत में होगा ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’
नई दिल्ली : भारत में अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने भाषण में यह महत्वपूर्ण घोषणा की. उन्होंने कहा की सेना के तीनों अंगों के प्रमुख के तौर पर ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ (सीडीएस) का पद सृजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीडीएस थल सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच तालमेल सुनिश्चित करेगा और उन्हें प्रभावी नेतृत्व देगा। इससे हमारे सशस्त्र बल और अधिक प्रभावशाली बनेंगे।
सेना के तीन अंगों के प्रमुखों में सबसे वरिष्ठ व्यक्ति सीडीएस होगा। उसकी बुनियादी भूमिका सेना, नौसेना, और वायुसेना के बीच कामकाजी समन्वय को बढ़ाने की दिशा में काम करने तथा समग्र रुख के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को देखने की होगी।
सीडीएस प्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्री के लिए महत्वपूर्ण रक्षा एवं सामरिक मुद्दों पर सैन्य सलाहकार की भूमिका भी निभाएगा। सूत्रों के मुताबिक, सरकार सीडीएस की नियुक्ति के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने की प्रक्रिया में है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि सीडीएस का कार्यकाल कितने वक्त का होगा और क्या उनका पद तीनों सेना प्रमुखों के समान होगा या उनसे उच्च।
वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था में कमियों का पता लगाने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी। राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था में जरूरी सुधारों का विश्लेषण कर रहे एक मंत्री समूह ने भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी। प्रस्ताव आने के 19 साल बाद अब भारत में होगा ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले से प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा.
देश में ऐतिहासिक सैन्य सुधार के तहत की गई इस घोषणा के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि सीडीएस पर मोदी की घोषणा तीनों बलों में समन्वय और उनके कामकाज में और सुधार करने के मद्देनजर की गई। सिंह ने कहा कि सीडीएस का भारतीय सुरक्षा पर दीर्घकालिक और सकारात्मक प्रभाव होगा।
प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद पूर्व सेना प्रमुख वीपी मलिक ने ट्वीट कर कहा कि सीडीएस की संस्था बनाने का ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी आपका धन्यवाद। इस कदम से राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रभावी एवं किफायती होगी।