अब मेवाड़ राजघराने ने खुद को बताया भगवान राम का वंशज
जयपुर। जयपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य और भाजपा सांसद दीया कुमारी द्वारा भगवान राम का वंशज होने का दावा किए जाने के बाद अब कई और लोगों ने भी खुद को राम का वंशज होने का दावा किया है। उदयपुर (मेवाड़) के पूर्व राजपरिवार ने खुद को राम का वंशज बताया है। इतना ही नहीं, राजस्थान सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सत्येंद्र सिंह राघव ने भी खुद को लव का वंशज बताया है।
मेवाड़ राजघराने का कहना है कि वह भगवान राम के बेटे लव के वशंज हैं। लव ने लाहौर बसाया था। लव के वशंज कालांतर में मेवाड़ आए और फिर यहां सिसोदिया साम्राज्य की स्थापना की थी । मेवाड़ के पूर्व महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ का कहना है कि मेवाड़ का राज प्रतीक सूर्य रहा है । भगवान राम भी शिव के उपासक थे और मेवाड़ राजपरिवार भी शिवजी का उपासक है । यह मेवाड़ राजपरिवार के भगवान राम का वंशज होने का प्रमाण है ।
राजस्थान सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सत्येंद्र सिंह राघव ने खुद को लव का वंशज बताते हुए कहा कि लव का राज्य उत्तर कोशल था, जो आज अयोध्या है, जबकि कुश को दक्षिण कोशल का राज्य दिया गया था, जो छत्तीसगढ़ आता है ।
सत्येंद्र सिंह राघव ने कहा कि लव के असली वंशज तो राघव राजपूत हैं। वे बडगुर्जर राजपूत हैं, जो राघव राजपूत कहलाते हैं। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण के नंबर 1671 में उल्लेख किया गया है कि लव और कुश को भगवान राम ने अलग-अलग राज्य सौंपे थे । उन्होंने कहा कि राजा लव से राघव राजपूतों का जन्म हुआ, जिनमें बडगुर्जर,जयास और सिकरवारों का वंश चला । वहीं, कुश से कुशवाह (कछवाह) का वंश चला ।
उधर, इस मामले में जयपुर के राजपरिवार ने दस्तावेजों को खंगालने के साथ ही इतिहासकारों से चर्चा करना शुरू कर दिया है । उल्लेखनीय है कि राम मंदिर मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है । नौ अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के वकील से पूछा था कि क्या कोई भगवान राम का वंशज अयोध्या या दुनिया में है । इसके बाद दीयाकुमारी ने जयपुर के पूर्व राजपरिवार को भगवान राम का वंशज होने का दावा किया था।
(साभार : जगरण.कॉम)