रायपुर जिले के 2.22 लाख बच्चों को पिलाई गई विटामिन-ए की खुराक
रायपुर। शिशु संरक्षण माह के अंतर्गत रायपुर जिले में 5 वर्ष से कम उम्र के 2.22 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई जून 21 से जुलाई 23 तक मनाए गए शिशु संरक्षण माह में नियमित टीकाकरण मेंछूटे हुए बच्चों को पोलियो की ‘’दो बूंद’’ पिलाई गई और टीके भी लगवाए गए
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. विकास तिवारी ने बताया शिशु संरक्षण माह के अंतर्गत दी जाने वाली सेवा, गर्भवती माताओं की स्वास्थ्य जांच एवं टीकाकरण, शून्य से पांच वर्ष के बच्चों का टीकाकरण, नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को छह माह के अंतराल में विटामिन-ए का खुराक पिलाने एवं अति गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुर्नवास केन्द्र में भेजने के बारे में जानकारी दी गई।
डॉ तिवारी ने बताया विटामिन-ए से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होगा। उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगा। स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के आपसी समन्वय से कार्यक्रम को क्रियान्वित किया गया।
शिशुओं में कुपोषण दूर करने एवं बाल मृत्यु दर को कम करने के उदेद्श्यों से इस प्रकार के सत्र चलाये जाते है।इस दौरान छूटे हुए बच्चों की पहचान कर टीकाकरण किया जाता है। सीएमएचओ डॉ केआर सोनवानी का कहना हैगर्भवती माताओं के स्वास्थ्य जांच से लेकर टीकाकरण में मितानिनों की घर-घर तक सक्रिय भूमिका होने और आंगनबाड़ी केंद्रों में पूरक पोषण आहार मिलने से संस्थाकगत प्रसव से शिशुओं का संरक्षण को लेकर बेहतंर परिणाम आ रहे हैं। इसके अलावा महतारी एक्सप्रेस 102 एम्बुलेंस की घर से अस्पताल तक पहुँच निशुल्क होने से मातृत्व व शिशु मृत्यु दर में भारी गिरावट के साथ सुधार आया हैं।
नेशनल फैमली हेल्थ सर्व-4 के रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ में शिशु और बाल मृत्यु दर 2005-06 में 71 प्रति 1,000 जीवित जन्म थी जो घटकर 10 सालों में वर्ष 2015 -16 में 54 प्रति 1,000 जीवित जन्म पहुंच गई है।
सीएमएसओ रायपुर कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के सभी विकासखंड और शहरी स्वाएस्थ्यु केंद्रों से मिले शिशु संरक्षण माह-2019 के तहत विटामिन – ए की खुराक 2,21,923 बच्चों0 को पिलाई गई जबकि लक्ष्य 2,33,990 बच्चे था। इसके अलावा बच्चों में रोग प्रतिरक्षा बढानें के लिए टीबी रोग से बचाव के लिए बीसीजी का टीका 2,248 को, पीलिया के बचाव के लिए 749 को टीका, वहीं ओरल पोलियो वैक्सिन की खुराक 15,016 को और इंजेक्श न से 7,673 बच्चों को पोलियो वैक्शिन का टीका लगाया गया। वहीं मिजल्स रुबेला यानी खसरा से बचाव के लिए 4,342 को टीका और प्राणघातक पांच बीमारियों से रोकथाम के लिए पेंटावाइलेंट वैक्सिन का टीका 12,817 बच्चों लगाया गया।पेंटावाइलेंट वैक्सिन बच्चों को डिप्थीरिया,काली खांसी,टेटनस, हेपेटाइटिस बी, हिब जैसे बीमारियों से बचाव करता है।