हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलनः भारत-पाक की दोपक्षीय वार्ता नहीं होगी!

हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलनः भारत-पाक की दोपक्षीय वार्ता नहीं होगी!
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नयी दिल्ली : भारत-पाक के बीच द्विपक्षीय वार्ता को लेकर गतिरोध अब भी जारी है. शनीवार, यानी 3 दिसंबर से अमृतसर में दो दिवसीय हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन होगा. इस सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान के अलावा चीन, अमेरिका, रूस और ईरान सहित 30 से अधिक देश भाग लेंगे. पाकिस्तान इस सम्मेलन में नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के नेतृत्व में अपना प्रतिनिधिमंडल तो भेजेगा, मगर द्विपक्षीय मामलों पर भारत के साथ उसकी कोई वार्ता नहीं होगी. गाैरतलब है कि इस साल जनवरी में हुए पठानकोट आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच के आपसी रिश्तों में कड़वाहट आयी है आैर द्विपक्षीय मुद्दे पर दोनों के बीच अब तक कोई वार्ता नहीं हो सकी है.

पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ के मुताबिक वहां के विदेश कार्यालय के एक अधिकारी ने अपने ताजा बयान में कहा है, ‘अभी हमें उनकी (भारत)ओर से कोई इच्छा नजर नहीं आ रही है, गेंद अब भारत के पाले में है, क्योंकि वे जानते हैं कि हम तैयार हैं, लेकिन हम नहीं जानते कि वे तैयार हैं या नहीं.’

दूसरी ओर भारतीय विदेश मंत्रालय के पाकिस्तान से संबंधित मामलों के प्रभाग के प्रमुख गोपाल बागले ने बुधवार को कहा था, ‘पाकिस्तान ने अब तक द्विपक्षीय वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं रखा है.’

इससे यही अंदाजा लगाया जा पा रहा है कि दो दिन बाद यानी शनिवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में भाग लेने पाकिस्तान अमृतसर पहुंचेगा और भारत-पाक दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल आमने-सामने भी होंगे, लेकिन दोनों देशों के आपसी मुद्दों पर वार्ता नहीं होगी. हालांकि
पिछले हुए हार्ट ऑफ एशिया मंत्री स्तरीय सम्मेलन में दोनों देशों  ने सभी पुराने मुद्दों को पर व्यापक द्विपक्षीय वार्ता पर सहमति जतायी थी, लेकिन पठानकोट और उसके बाद अन्य दूसरे पाकिस्तानी आतंकी हमलों के कारण इस सहमति को आगे नहीं बढ़ाया जा सका.

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