पत्रकारिता जगत लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है : मोहन मरकाम
अधिमान्यता नियमों में संशोधन का कांग्रेस ने किया स्वागत
रायपुर। कांग्रेस ने प्रदेश के पत्रकारों के लिये बनाये गये नये अधिमान्यता नियमों का स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि पत्रकारिता जगत लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। पूर्व की भाजपा सरकार ने बीते 15 वर्षो तक पत्रकारों की मांगों को अनसुना किया था।
अधिमान्यता मिलने से समाचार माध्यमों में दूरस्थ क्षेत्रों में काम करने वाले पत्रकारों को शासन से पत्रकारों को मिलने वाली सुविधाओं का न सिर्फ लाभ मिलेगा, समाचार संकलन में होने वाली व्यवहारिक परेशानियों से भी निजात मिलेगी। सजग होकर आम आदमी की आवाज उठाने वाले पत्रकार अधिमान्यता नहीं होने के कारण रोज नई परेशानियों से जूझ रहे थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों की परेशानियों को न सिर्फ संवेदनशीलता से लिया उसका त्वरित गति से निराकरण कर पत्रकार जगत के सशक्तिरण के लिये प्रभावी कदम उठाया है। नये अधिमान्यता नियमों में प्रिन्ट मीडिया के अलावा टीवी न्यूज चैनल्स, न्यूज पोर्टल, समाचार पत्रिकाओं आदि के संवाददाताओं, फोटोग्राफर और कैमरामैन को भी अधिमान्यता दिये जाने का प्रावधान किया गया है।
नये अधिमान्यता नियमों के प्रभावशील होने से समाचार मीडिया प्रतिनिधियों की अधिमान्यता न मिलने संबंधी दीर्घ अवधि से चली आ रही शिकायत दूर होगी। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने पत्रकार अधिमान्यता नियमो में महत्वपूर्ण संशोधन कर, अब विकासखण्ड स्तर के समाचार मीडिया प्रतिनिधियों को भी जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अधिमान्यता देने का निर्णय लिया है।
इसी प्रकार राज्य के सेवानिवृत्त वरिष्ठ पत्रकारों को भी मानद अधिमान्यता प्रदान करने का प्रावधान नए अधिमान्यता नियमों में किया गया है. वहीं समाचार मीडिया के प्रचार संख्या, प्रसारण क्षेत्र, वेब पोर्टल की दशा में व्यूवर्स की संख्या आदि के आधार न केवल अधिमान्यता कोटा निर्धारित किया गया है। पहले प्रचलित अधिमान्यता नियमों की तुलना में संख्या की व्यापक बढ़ोत्तरी की गई है।
अधिमान्यता के नये शानदार नियमों का स्वागत करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि कांग्रेस संगठन की पहल पर वर्षो से लंबित पुरानी मांग पूरी करने से पूरे प्रदेश में अच्छा संदेश गया है और लोकतंत्र मजबूत होगा।