उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने भेज्जी में मिडिल स्कूल और छात्रावास का शुभारम्भ किया
रायपुर,प्रदेश के वाणिज्यिक कर (आबकारी), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने आज सुकमा जिले के कोन्टा विकासखण्ड के अति संवेदनशील गांव भेज्जी में मिडिल स्कूल और बालक छात्रावास का पुनः मूलग्राम में संचालन कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके साथ ही अन्य गांवों के स्कूलों की भी उन्होंने आज शुरूआत की। स्कूलों के पुनः प्रारंभ हो जाने से क्षेत्र के बच्चे काफी उत्साहित और खुश थे। भेज्जी में 13 साल बाद स्कूल संचालित हुआ हैं। इसके पहले यहां के बच्चों को सलवा जुडुम के दौरान इस इलाके के कई स्कूलों को मुख्य सड़कों के पास के गांवों में स्थापित किया गया था। अब ये स्कूल अपने मूल गांव में ही फिर से लाकर शिफ्ट कर दिया गया हैं। भेज्जी के स्कूल में 55 से अधिक बच्चें अब अपनेे ही गांव में पढ़ेंगे।
स्कूल और छात्रावास के शुभारम्भ अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि पहले तेरह साल पूर्व सलवा जुडुम के दौरान भेज्जी और अन्य कई गांवों में संचालित हो रहे स्कूलों को कोण्टा एवं अन्य स्थानों में शिफ्ट कर दिया गया था। अपने गांव से दूर के स्कूलों में पढ़ने से छात्रों में पीड़ा थी, जिसे उन्होंने समझा और अब उन्हें उनके ही मूल गांव में स्कूल शिफ्ट कर स्कूल की शुरूआत कर दी हैं। श्री लखमा ने कहा कि यहां अब हाई स्कूल एवं हायर सकेड्री स्कूल भी खोला जाएगा। श्री लखमा ने कहा कि भेज्जी मंे अस्पताल खोला गया हैं। यहां के लोगों के आवागमन के लिए बस की भी सुविधा की जा रही हैं, गांवों तक पक्की सड़क और पुल-पुलिया बनाई जा रही हैं, गांव में अब बाजार भी लगेगा। श्री लखमा ने कहा कि इन सभी कार्यों में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने काफी मेहनत की हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के कई गांवों के अन्य जगहों पर संचालित हो रही थी अब उन्हीं के ही गांव में स्कूलों को पुनः संचालित किया जा रहा हैं। इस कार्य में जिला प्रशासन के अधिकारियों के कार्यों की भी उन्होंने सराहना की। आज श्री लखमा ने बोधराजपदर, ताड़गुड़ा, वीराभट्टी, चिन्तागुफा, भण्डारपदर, एलारमड़गू और जिन्नातोंग गांवों में प्राथमिक स्कूल की शुरूआत की। इस अवसर पर कलेक्टर श्री चन्दन कुमार, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री बोड्डू राजा सहित क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि ग्रामीणजन और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।