ईरान ने तेज किया अपना परमाणु कार्यक्रम
तेहरान : ईरान ने तेज किया अपना परमाणु कार्यक्रम बना सकता है परमाणु बम. अमेरिका के साथ संबंधो में आई दरार के बाद ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम तेज कर दोनों देशो के बीच तनाव को और भी बढ़ा दिया है. साल 2015 में ईरान ने अमेरिका सहित ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, रूस और जर्मनी के साथ परमाणु समझौता किया था। दरअसल ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर पश्चिमी देश हमेशा सवाल खड़े करते रहे हैं, जबकि ईरान अपने इस कार्यक्रम को हमेशा शांतिपूर्ण बताता रहा है। इस समझौते के तहत तय हुआ था कि ईरान अपनी संवेदनशील परमाणु गतिविधियों को सीमित करेगा और बदले में समझौते में शामिल अन्य देश उसके ऊपर लगे आर्थिक प्रतिबंध को हटा लेंगे।
इधर ईरान ने अपना यूरेनियम संवर्धन 4.5 प्रतिशत के पार पहुंचा दिया है. इस घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान को आगाह किया है। उन्होंने न्यू जर्सी के मॉरिसटाउन में संवाददाताओं से कहा, ‘बेहतर होगा कि ईरान सावधान रहे, क्योंकि आप एक कारण से यूरेनियम संवर्धन बढ़ाएंगे और मैं नहीं बताउंगा कि वह कारण क्या है। लेकिन यह सही नहीं है। बेहतर होगा वे सावधान रहें।’ ट्रंप के शीर्ष राजनयिक एवं विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इससे पहले रविवार को कहा था कि परमाणु समझौते के तहत तय की गई सीमा के संभावित उल्लंघन के जवाब में ईरान को और सख्त प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा।
मौजूदा गतिविधि के बीच फ्रांस 2015 के समझौते को बचाने की कवायद कर रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि वह ईरान और पश्चिमी सहयोगियों के बीच 15 जुलाई तक वार्ता फिर से शुरू कराने की कोशिश में जुटे हैं ताकि क्षेत्र में तनाव कम किया जा सके। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मैक्रों ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ शनिवार को एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत की।