मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में भी नहीं माने राहुल गाँधी
नई दिल्ली : कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में भी नहीं माने राहुल गाँधी. राहुल गाँधी के साथ दो घंटे चली बैठक बेनतीजा रही. राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा ना देने का अनुरोध करने के लिए सभी कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री राहुल के घर पहुंचे. इनमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायण सामी शामिल थे.
मुख्यमंत्रियों ने राहुल को समझाया कि चुनाव में जीत-हार राजनीति का हिस्सा है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी सामूहिक है अकेले कांग्रेस अध्यक्ष की नहीं. ऐसे में वो पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का अपना फैसला राहुल बदलें और पद पर बने रहें. हालांकि राहुल गांधी ने मुख्यमंत्रियों को कोई आश्वासन नहीं दिया.
बैठक के बाद सभी मुख्यमंत्री एक साथ मीडिया से मुखातिब हुए. अशोक गहलोत ने कहा कि “बैठक अच्छी रही. हमने अपने और कार्यकर्ताओं के दिल की बात राहुल गांधी से कही है, उम्मीद है कि वो सही फैसला करेंगे”. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने मुद्दों पर चुनाव लड़ा जबकि दूसरी तरफ मोदी ने सेना की आड़ लेकर राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को बहकाया. विकास, अर्थव्यवस्था और रोजगार की बात नहीं की.”
इस बैठक के ठीक पहले कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने मांग की थी कि हार की जिम्मेदारी लेते हुए सभी मुख्यमंत्री इस्तीफा दें. क्या आप सबने इस्तीफे की पेशकश की? इस सवाल का गोलमोल जवाब देते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने एक सुर में राहुल गांधी को पार्टी में फेरबदल करने का अधिकार दिया हुआ है.