जिलों के यातायात प्रभारियों की सड़क सुरक्षा विषय पर समीक्षा बैठक

जिलों के यातायात प्रभारियों की सड़क सुरक्षा विषय पर समीक्षा बैठक
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रायपुर : पुलिस मुख्यालय, अटल नगर रायपुर में राज्य के समस्त जिलों के यातायात प्रभारियों की दो दिवसीय त्रैमासिक समीक्षा बैठक विशेष महानिदेशक श्री आर.के.विज की अध्यक्षता में आयोजित की गई। श्री विज ने इस बैठक में आए राज्य के समस्त जिलों के अधिकारियों को सड़क सुरक्षा प्लान, वार्षिक लक्ष्य, कार्ययोजना-प्रवर्तन, दुर्घटनाओं का ब्लैक स्पॉट, असुरक्षित सड़क मार्गों की पहचान ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा समिति का गठन, सड़क सुरक्षा की उपयोगिता एवं परिवर्तन की कार्यवाहियों में ग्रामीण क्षेत्र के थाना प्रभारियों को भी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने, लोक निर्माण विभाग के सहयोग से नवीन सड़कों विशेषकर दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों की सड़क सुरक्षा, ऑडिट हेतु पहल करने के निर्देश सहित विभिन्न सुधारात्मक उपायों की समुचित समीक्षा एवं विश्लेषण के निर्देश दिये।

समीक्षा बैठक में राज्य से विभिन्न जिलों से प्राप्त आकड़े के विश्लेषण से यह परिलक्षित हो रहा है कि अधिकांश दुर्घटनायें वाहन चालकों के द्वारा मादक पदार्थों का सेवन, तीव्रगति एवं लापरवाही पूर्वक चलाने, बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चालन के कारण हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों मे विशेषकर सामाजिक-धार्मिक कार्यक्रम के दौरान वाहन में क्षमता से अधिक सवारी की संख्या, रात्रि में वाहन चलाने के दौरान नशा तथा नींद की झपकी से भी दुर्घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है।

वर्ष 2018 में प्राप्त आकड़ों के विश्लेषण से राज्य में सड़क दुर्घटनाएं  सबसे अधिक शाम 6:00 बजे से रात्रि 9ः00 बजे तथा सुबह 4 से 5 बजे के बीच हुई है। इस हेतु जिले के यातायात प्रभारियों को दुर्घटनाजन्य क्षेत्रो में अधिक पुलिस बल तैनात करने, दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों में सूचना पटल में दुर्घटनाओं एवं दुर्घटना से मृत्यु का कारण उल्लेखित करने निर्देशित किया गया है।

सभी दुर्घटनाओं में सबसे अधिक नुकसान दुपहिया वाहन चालकों का हुआ है। सड़क सुरक्षा में अधिक प्रयास दुपहिया वाहन चालकों की जीवन रक्षा के लिए किया जावें।
आवारा पशुओं से होने वाले दुर्घटनाओं से बचाव के लिए रेडियम युक्त संकेतक-रेडियम पट्टी के प्रयोग के साथ-साथ डिवाईडर एवं तीव्र मोड़ो में भी रेडियम युक्त संकेतक लगाये जावें। ढाबों-मार्गो में बिना पार्किग लाईट जलाये, पार्क किये भारी वाहनोंके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावें। थर्ड पार्टी बीमा के बिना चलने वाले वाहनों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जावें।
चार पहिया वाहनों के उपयोगकर्ताओं में सीट-बेल्ट लगाने एवं दुपहिया वाहन चालकों में हेलमेट लगाया जाना आदत में शुमार हो, इसके लिए समुचित प्रयास हो।
राज्य में  वर्ष 2018 में हुई सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण से निम्नानुसार स्थिति परिलक्षित हुई है –
ऽ    कुल 13864 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई, जिनमें से 4592 व्यक्तियों की मृत्यु एवं 12715 व्यक्ति धायल हुए।
ऽ     शहरी क्षेत्र में 27:(1242 व्यक्ति) तथा ग्रामीण क्षेत्र में 73: (3350 व्यक्ति) व्यक्तियों की मृत्यु हुई।
ऽ    16.00 से 21.00 बजे के मध्य में 44.3: (2033 व्यक्ति) व्यक्तियों की मृत्यु हुई।
ऽ    राष्ट्रीय राजमार्ग में 30: (1384 व्यक्ति), राजकीय राजमार्ग में 23.3:(1068 व्यक्ति) तथा अन्य मार्गो में 46.7: (2140 व्यक्ति) व्यक्तियों की मृत्यु हुई।

इसके साथ ही श्री विज ने सुप्रीम कोर्ट कमेटी, ऑन रोड सेफ्टी के दिशा-निर्देश के अक्षरशः पालन के साथ-साथ उक्त बैठक में उपस्थित अधिकारियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का समाधानकारक जवाब एवं सुझाव देते हुए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर प्रभावी कार्यवाही, ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन व निरस्तीकरण हेतु पहल करने के निर्देश दिये। साथ ही रोड सेफ्टी के इंजीनियरिंग पहलु, ब्लैक स्पॉट्स के सुधार हेतु उठाये जाने वाले कदम, रोड साइन एवं मार्किग, टैªफिक कामिंग उपाय तथा सड़क सुरक्षा की दिशा में उठाए गए कदमों की समीक्षा की। टैªफिक नियमों के संबंध में जनता में जागरूकता लाने, टैªफिक नियमों का पालन करने तथा सड़क सुरक्षा के लिये पुलिस को सक्रियता के साथ कार्य करने एवं यातायात के संबंध में प्राप्त अनुभवों को अपने कार्यक्षेत्र में जनसहभागिता की मदद से लागू करने पर विशेष जोर दिये। उक्त बैठक मे सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री संजय शर्मा, अति.पु.अ.यातायात दुर्ग श्री बलराम हिरवानी, अति.पु.अ.यातायात रायपुर श्री एम.आर.मण्डावी सहित समस्त जिलों के यातायात प्रभारीगण उपस्थित थे।

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