कांग्रेस ने पूछा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी कैसे चौकीदार ?
सांसद पुत्र की शह पर चिटफंड कंपनियों ने घोटाला किया और दामाद ने डीकेएस में और सपत्नीक रमन सिंह जी का नान डायरी में नाम
अब लोकसभा चुनाव में भी हो रहा है जनता से लूटे गये पैसों का दुरूपयोग : धनंजय ठाकुर
रायपुर/ 08 अप्रैल 2019। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि चिटफंड कंपनियों के घोटालो को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनका पूरा परिवार एवं भाजपा के संगठन के बड़े नेता संगठित होकर संरक्षण देते रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह खुद को चौकीदार बताते है, सहपत्निक नान डायरी में नाम मिलता है, उनके सांसद पुत्र अभिषेक सिंह के सह पर चिटफंड कंपनी घोटाला करती है, उनका दामाद डॉ. पुनित गुप्ता डीकेएस में घोटाला करता है।
छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनी खोल कर लूटमार मचाने वाले कंपनियों का सीधा संबंध नागपुर-दिल्ली से है। पूर्व मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सांसद पुत्र अभिषेक सिंह के संरक्षण में अनमोल इंडिया चिटफंड कंपनी ने राजनांदगांव जिला में निवेशकों से लगभग 400 करोड रुपए की लूटमार की है। अनमोल इंडिया कंपनी को अभिषेक सिंह ने प्रमोट किया था। राज्य भर में खुले चिटफंड कंपनियों को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह उनकी पत्नी श्रीमती वीणा सिंह उनके पुत्र अभिषेक सिंह और भाजपा के पूर्व मंत्री सांसद व संगठन पदाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त था।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके परिवार के सदस्यों ने चिटफंड कंपनियों के दफ्तरों का शुभारंभ किया चिटफंड कंपनियों ने मुख्यमंत्री एवं उसके परिवारों के तस्वीर एवं भाजपा के मंत्री सांसद व नेताओं की तस्वीर को जनता को दिखा कर विश्वास में लेकर छत्तीसगढ़ के किसान नौजवान गृहणी व्यापारी रिक्शा चालक फेरी वालों की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम किया.
तत्कालीन भाजपा सरकार के दौरान 161 से अधिक चिटफंड कंपनियों ने एक करोड़ जनता की खून पसीने की कमाई और जमा पूंजी सब गबन कर ली 20 लाख निवेशक परिवारो व एक लाख एजेंटों से 5000 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी हो चिटफंड कंपनियों के पैसा लेकर भाग जाने के सदमे से 57 से अधिक लोगों की मौत हो गई चिटफंड कंपनियों के खिलाफ 300 से अधिक एफआईआर दर्ज होने के बावजूद 10 साल में भाजपा की सरकार ने एक फूटी कौड़ी निवेशकों वापस नहीं लौटई।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 2009 से 2017 के बीच पूर्व की रमन सिंह सरकार ने छत्तीसगढ़ के हर जिले में चिटफंड कंपनियों के लिए रोजगार मेलों का आयोजन कर छत्तीसगढ़ के भोले भाले युवकों को चिटफंड के माया जाल में फ़साने का काम किया और छत्तीसगढ़ के युवाओं के भोले भाले चेहरे को ढाल बनाकर चिटफंड कंपनियों ने छत्तीसगढ़ के निवेशकों का 5000 करोड़ रुपए लेकर चंपत हो गए। रमन सिंह और भाजपा पर चिटफंड कंपनियों के चंदे से विधानसभा चुनाव लड़े थे। अब लोकसभा चुनाव में जनता से लूटे गये पैसों का दुरूपयोग हो रहा है। कांग्रेस की सरकार अब चिटफंड कंपनी में डूबे निवेशको की पैसा लौटाने के लिये काम कर रही है और बेकसूर चिटफंड ऐजेंटो पर दर्ज मामले वापस ले रही है।