झारखंड विधानसभा में स्पीकर पर फेंकी कुर्सी, बाल-बाल बचे
रांची. सीएनटी एवं एसपीटी एक्ट में संशोधन संबंधी विधेयक आज झारखंड विधानसभा में सत्तापक्ष ने पेश किया. विधेयक का विपक्ष ने तीखा विरोध किया. कुर्सियां भी फेंकी गयी. बाद में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गयी. विपक्षी विधायक विरोध जताने के लिए टेबल पर चढ़ गये. आरंभ से ही इस विधेयक का विपक्ष तीखा विरोध कर रहा है. विधेयक को लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच मतभेद अब टकराव में बदल गया है. संशोधन विधेयक की प्रतियां भी सदन में फाड़ी गयी. कुर्सियों को तोड़ा भी गया. विधानसभा में स्पीकर दिनेश उरांव पर कुर्सी फेंकी गयी, जिसमें वे बाल-बाल बच गये. स्प्रे भी चलाये गये. जिस दौरान यह हंगामा हुआ, उस समय मुख्यमंत्री रघुवर दास, ताला मरांडी व नीलकंठ सिंह मुंडा सदन में नहीं थे.
आज भी आरंभ में विधानसभा परिसर में विपक्ष के विधायकों ने झामुमो विधायक दल के नेता सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन की अगुवाई में हाथों में तख्तियां लेकर विरोध किया. सुबह विधानसभा की कार्यवाही आरंभ होने पर दोपहर 12.45 तक स्थगित कर दी गयी. जब 12.45 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो विधेयक को लेकर शोर शुरू हो गया. इस दौरान सत्तापक्ष ने सदन के पटल पर संशोधन विधेयक को पेश किया.
सुबह किये गये प्रदर्शन के दौरान तख्तियों पर सीएनटी-एसपीटी एक्ट में छेड़छाड़ नहीं करने के नारे लिखे थे, साथ ही संशोधन विधेयक को वापस लेने व झारखंड को पूंजीपतियों के के हाथों में नहीं सौंपने के नारे लिखे थे.
उधर, सुबह अलग-अलग ग्रुप में लोग लाठी-कुल्हाड़ी लेकर जेवीएम कार्यालय पहुंचने लगे. जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी भी विधेयक का विरोध कर रहे हैं. हमारे संवाददाता के अनुसार, सुबह से जुट रहे लोगों की योजना योजना विधानसभा का घेराव करने की है. लोग अरगोड़ा मैदान में भी जुटे हैं.
शहर में कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन भी मुस्तैद है. जिला प्रशासन ने डीपीएस गेट के पास एक बैनर लगाया है, जिसमें लिखा है कि मजमा नाजायज घोषित किया जाता है, अत: आप लोग तीतर-बीतर हो जायें अन्यथा कार्रवाई की जायेगी.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूरा विपक्ष इस विधेयक का विरोध कर रहा है. साथ ही सत्ता में बैठे लोग भी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगता है कि राज्य सरकार ने किसी से डील कर लिया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारा विरोध जारी रहेगा.
कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि हमने शुरुआत से ही इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने अकेले इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि आज पूरा विपक्ष विरोध में साथ है.
सेटेलाइट चौक पर पर धरना पर जेवीएम अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय, राजद नेता गौतम सागर राणा सहित कई लोग धरना पर बैठ गये हैं. एक अच्छी बात यह है कि प्रदर्शन के दौरान लोग संयम बरते हुए हैं.
विधानसभा में हंगामा होने की खबर आने के बाद झामुमो के समर्थक लोग मोरहाबादी से बाइक रैली की शक्ल में निकले. उनका नेतृत्व सुशील एक्का कर रहे हैं.
डीपीएस गेट को सुरक्षा के मद्देनजर व प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बंद कर दिया गया. जेवीएम, कांग्रेस, राजद व जदयू के लोग धरना पर बैठ गये. इनके साथ माले के लोग भी हैं.