राजिम माघी पुन्नी मेला को मूल स्वरूप में लाने का प्रयास-मुख्यमंत्री बघेल

राजिम माघी पुन्नी मेला को मूल स्वरूप में लाने का प्रयास-मुख्यमंत्री बघेल
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रायपुर-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कल 26 फरवरी की शाम राजिम माघी पुन्नी मेला में जगत् गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज जी के सानिध्य में संत समागम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर देशभर से आये साधु-संत, छत्तीसगढ़ के धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित अनेक मंत्री और विधायक भी उपस्थित थे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राजिम माघी पुन्नी मेला को मिलकर सफल बनायेंगे, यहां छत्तीसगढ़ की संस्कृति परंपरा को पुनः मूल स्वरूप में लाने का प्रयास किया गया है, श्री बघेल ने कहा कि राजिम मेला को नये स्वरूप में प्रस्तुत करने की हम सब की कोशिश है। धर्मस्व, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि हम राजिम मेला को बेहतर से बेहतर बनायेंगे, राज्य की संस्कृति को इस मेले के माध्यम से दिखाने का प्रयास किया गया, धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए रामायण मंडली की भी प्रस्तुति की गई। साथ ही स्थानीय खेल को भी मेले में पर्याप्त स्थान दिया गया है, उन्होंने आश्वस्त किया कि इस वर्ष के अनुभव के आधार पर आगामी वर्षो में एक बेहतर आयोजन किया जायेगा। ज्ञात है कि संत समागम 26 फरवरी से 4 मार्च तक आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री बघेल एवं मंत्री व विधायकगण ने राजीव लोचन भगवान की पूजा अर्चना की और महानदी आरती में भी शामिल हुए। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भंेड़िया, उद्योगमंत्री कवासी लखमा, विधायकगण श्री अमितेष शुक्ल, धनेन्द्र साहू, अनुप नाग, अमरजीत भगत, बृहस्पति सिंह, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, पूर्व मंत्री श्री चंद्रशेखर साहू, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण भी मौजूद थे। संत समागम शुभारंभ समारोह में महामण्डलेश्वर स्वामी श्री प्रज्ञानंद जी महाराज, संत श्री ज्ञानस्वरूपानंद अक्रिय जी महाराज,श्री महंत रामसुंदरदास जी महाराज, श्री महंत साध्वी प्रज्ञा भारती जी, श्री महंत आचार्य जालेश्वर जी महाराज, श्री दण्डी स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज, श्री विचारदास जी साहेब कबीर आश्रम, श्री महंत उमेशानंद गिरी जी महाराज, श्री महंत सुरेन्द्र जी महाराज,श्री राजमहंत बी आर जोशी जी और श्री महंत तिहरू घृतलहरे सहित साधू महात्मा और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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