ग्लोबल स्किल समिट में झारखंड के 1,06,619 युवकों को मिला रोजगार
रांची : खेलगांव का एथलेटिक्स स्टेडियम बुधवार को एक लाख छह हजार 619 युवाअों को एक साथ रोजगार देने का गवाह बना. कौशल विकास मिशन सोसाइटी के ग्लोबल स्किल समिट-2019 में 17 देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, काउंसेलर, अधिकारी इसके गवाह बने. स्किल के क्षेत्र में आठ संस्थानों के झारखंड सरकार ने एमअोयू किया.
वहीं राज्य में कोडरमा, रांची, पलामू, लोहरदगा, जामताड़ा आदि इलाकों में स्किल केंद्र खोले गये. एक लाख छह हजार 619 युवाअों में से 10 युवाअों को टोकन के रूप में नियुक्ति पत्र सौंपा गया. इनमें एक युवक को सबसे अधिक 11 लाख रुपये के पैकेज पर टाटा स्टील में नौकरी दी गयी.
झारखंड में विश्व की अर्थव्यवस्था को संभालने की ताकत : केंद्रीय पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस व स्किल डेवलपमेंट मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि झारखंड विश्व की अर्थव्यवस्था को संभालने की ताकत रखता है. झारखंड अनोखा राज्य है.
इसके पास अपार संभावनाएं व सामर्थ है. झारखंड व वियतनाम की स्थिति एक जैसी है. आज वियतनाम चीन को उद्योग में टक्कर दे रहा है. इसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड को 21 वीं शदी में अर्थ नीति की शक्ति बनायें. झारखंड में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है.
जंगलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर लोग अफ्रीका की बजाये झारखंड आना पसंद करेंगे. उन्होंने कहा कि 21 वीं सदी में दुनिया तेजी से डिजिटलाइज्ड हो रहा है. इसमें पूर्वी भारत सबसे आगे है. झारखंड ने एक लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर अनोखा काम किया है. जापान, यूरोप व अमेरिका में मानव संसाधन की आवश्यकता है. झारखंड इस कमी को पूरा कर सकता है. दुबई में 2020 में 50 हजार ड्राइवरों की बहाली होनी है. अगर झारखंड इसमें से 10 हजार ड्राइवरों की जरूरत पूरी करता है, तो यहां के लोगों में संपन्नता आयेगी.