छत्तीसगढ़ का गोस्वामी समाज जगत गुरू शंकराचार्य के सिद्धांतों का ध्वजवाहक : भूपेश बघेल
रायपुर छत्तीसगढ़ का सनातन दशनाम गोस्वामी समाज जगत गुरू शंकराचार्य के सिद्धांतों का ध्वजवाहक है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस समाज का उनके सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने और समाज को जोड़े रखने में महत्वपूर्ण योगदान है। मुख्यमंत्री महादेव घाट स्थित छत्तीसगढ़ हरदिया साहू समाज के भवन में आयोजित छत्तीसगढ़ सनातन दशनाम गोस्वामी समाज के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि जगतगुरू शंकराचार्य इस समाज के आराध्य हैं। जगतगुरू शंकराचार्य ने देश की चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना कर पूरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोया। उन्होंने कहा कि गोस्वामी समाज सहित हम सभी सनातन धर्म को मानने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में अनेक विदेशी आक्रमणों के बावजूद सनातन धर्म आज भी शाश्वत है। वैष्णव समाज के पुरखों ने समाज की एकता के लिए इस पंथ को अपनाया। इस समाज में हर वर्ग के लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने समाज की ओर से मिले सहयोग और समर्थन के लिए समाज के प्रति आभार प्रकट किया। समाज की ओर से जगत गुरू शंकराचार्य का चित्र भेंट कर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। रायपुर जिले के गोस्वामी समाज के अध्यक्ष वेदपुरी गोस्वामी ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर युवक-युवती परिचय सम्मेलन और मिलन समारोह का आयोजन समाज की ओर से किया गया। विधायक विकास उपाध्याय, सनातन दशनाम गोस्वामी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत सच्चिदानंद गिरी, समाज के छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष प्रीतम गोस्वामी, रायपुर जिले के उपाध्यक्ष पुखराज गोस्वामी, सचिव परमेंन्द्र गिरी गोस्वामी सहित अनेक पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।