नोटबंदी पर बोला विपक्ष -जनता को लाइन में लगा खुद दूल्हा बन घूम रहे PM
नई दिल्ली: नोटवंदी के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने आज लोकसभा जोरदार हंगामा किया जिसके कारण प्रश्नकाल के दौरान शोर-शराबा हुआ और बाद में एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्रवाई दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। सुबह 11 बजे सदन के समवेत होने पर अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर में उरी एवं कई अन्य स्थानों पर आतंकवादी हमलों में कई सैनिकों के शहीद होने तथा अन्य कई घटनाओं में लोगों के मारे जाने पर मौन रखकर शोक करने के बाद जैसे ही कार्रवाई आगे बढ़ाई, पूरा विपक्ष काम रोक कर नोटबंदी के मुद्दे पर अविलंब चर्चा की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गया। अध्यक्ष ने सदस्यों को उनकी मांग पर विचार करने का आश्वासन देते हुए उन्हें शांत होकर अपनी सीट पर जाने को कहा लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे और लगातार हंगामा करते रहे। भारी हंगामे को देखते हुए संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है लेकिन सदस्य इससे उत्तेजित होकर और हंगामा करने लगे। कुमार ने कहा कि नोटबंदी से देश में कालेधन पर रोक लगेगी इसलिए सरकार ने 500 तथा 1000 रुपए का नोट बंद करने का फैसला लिया है।
वहीं राज्यसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने की मांग करते हुए विपक्षी दलों ने आज जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्रवाई पांचवीं बार तीन बजे तक स्थगित करनी पड़ी। भोजनावकाश के बाद उप-सभापति पी.जे. कुरियन ने नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा फिर से शुरू कराने के लिए समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल का नाम पुकारा तो कांग्रेस और अन्नाद्रमुक के सदस्य नारे लगाते हुए आसन के समक्ष आ गए। कांग्रेस के सदस्य नोटबंदी पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री की मौजूदगी की मांग कर रहे थे। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और जनता दल युनाईटेड, द्रमुक और अन्नाद्रमुक के सदस्य भी अपने स्थान पर खड़े हो गए। कुरियन ने नारे लगा रहे सदस्यों से शांत होने और चर्चा होने देने की अपील की। सपा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश को लाइन में लगा दिया है और खुद दुल्हा बने घूम रहे हैं। वह नहीं आएगें तो सदन कैसे चलेगा।