हम धर्म की राजनीति नहीं करते : अभिषेक मनु सिंघवी
रायपुर । छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में पत्रकारों को संबोधित किया। वार्ता में राम मंदिर के सवाल पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पुरातत्व की मंथरा आरएसएस और कैकयी बीजेपी है। आज की इस मंथरा कैकयी की जोड़ी ने भगवान को 30 वर्षों का वनवास दे रखा है। ये लोग चुनाव के पूर्व भगवान को बाहर लाते हैं और चुनाव के बाद भगवान को वापस ले जाते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम हमारे रोम रोम में बसते हैं। हम धर्म की राजनीति नहीं करते।
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि, भाजपा के आने के बाद से कई सालों से जुमले सुने जा रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के राज में पुत्र विकास और जनता विनाश किया है। दुर्भाग्य है देश प्रदेश का कि अच्छे दिन का मॉडल पुत्रों के लिए हैं देश की जनता के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि वे अमित शाह से कहना चाहते हैं कि जुमलों से काम नहीं चलेगा जनता को जवाब देना होगा।
सिंघवी ने कहा कि शाह और रमन पुत्र मोह से ग्रस्त हैं। चुनावी सभा के लिए अमित शाह छत्तीसगढ़ में भ्रमण पर आए हैं उनसे कहना चाहते हैं कि भ्रमण और चुनाव प्रचार से काम नहीं चलेगा। प्रचार के पहले शाह-सिंह की जोड़ी को जनहिसाब सम्मेलन करना चाहिए था। देश विकास के जय की प्रतीक्षा कर रहा है और यहां जय का विकास हो रहा है। शाह-सिंह की जोड़ी को छत्तीसगढ़ के बेबस किसान, हताश व्यापारी, निराश जनता के समक्ष जाना चाहिए। पुत्रों के लिए जादू, गरीबी, बेरोजगारी और मंदी बेकाबू। यह कहां का न्याय है कि बुलेट ट्रेन पर सवार होकर पुत्र आगे बढ़ रहे हैं और महंगाई की बैलगाड़ी पर जनता चल रही है। ये जनसेवक नहीं मुनाफा सेवक हैं। इनका अंधापन धृतराष्ट्र के अंधेपन को फीका करता है।
सिंघवी ने कहा कि पूर्व में आडवाणी जी ने हवाला की डायरी के बाद इस्तीफा दिया, बंगारू लक्ष्मण को मीडिया ने पकड़ा और उन्होंने इस्तीफा दिया लेकिन यहां सीमाओं को लांघा जा रहा है। इस पर प्रधानमंत्री की चुप्पी धृतराष्ट्र वाला अंधापन है। उन्होंने कहा कि दोनों से अनुरोध है कि मुनाफे का जादुई मॉडल विकास के लिए, व्यवसाय के लिए किसानों के लिए बताएं। नोटबंदी, पकौड़े वाली बेरोजगारी से त्रस्त जनता जादुई फार्मूला ढूंढ़ रही है।