केरल में जलप्रलय, 20 हजार मकान और 10 हजार किमी सड़क बर्बाद, CM ने केंद्र से मांगी मदद
कोच्चि : बारिश की मार झेल रहे केरल में अब तक बारिश और बढ़ से अब तक लगभग 50 से भी अधिक लोगो की जान चली गई है . इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केन्द्र से तत्कालिक राहत और पुनर्वास के लिए 820 करोड़ के अलावा 400 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की है. साथ ही उन्होंने केन्द्र की टीम को पिछले हफ्ते हुए नुकसान का जायजा लेने दोबारा भेजने की अपील की है.
सीएम ने केन्द्र से चार हफ्तों के अंदर स्पेशल पैकेज दिए जाने की भी मांग की है. इसके लिए राज्य सरकार विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करेगी. शुरुआती आकलन के मुताबिक करीब 20 हजार मकान और राज्य की करीब 10 हजार किमी लंबी सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. 8316 करोड़ के नुकसान का अंदाज लगाया जा रहा है.
बता दें कि भारी बारिश और बाढ़ से इस महीने की 9 और 12 तारीख को 37 लोगों की मौत हो गई और 5 लोग अब तक लापता हैं. इस आपदा में अब तक 186 जान जा चुकी है. इससे प्रभावित करीब 10 हजार लोग राहत शिवरों में भेजे जा चुके हैं. इस आपदा का असर काफी लंबे वक्त तक रहेगा.
पिनाराई ने जानकारी दी कि वे नुकसान का आकलन का काम पूरा होते ही जल्द एक विस्तृत ज्ञापन सौपेंगे. राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से इस आपदा को विरल और क्रूर घोषित करते हुए जरूरी राशि और मदद प्रदान करने का भी आग्रह किया है. पिनाराई ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह का केरल के बाढ़ प्रभावितों इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए आभार प्रकट किया.
केरल में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के चलते बेहद बदतर हालात के मद्देनजर रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने केरल के दो बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद उन्होंने 100 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि भी जल्द जारी करने की घोषणा की.
बता दें कि केरल 1924 के बाद दूसरी बार सबसे भयानक बाढ़ के दौर से गुजरना पड़ा है. उसके 14 में से 10 जिले इससे बुरी तरह प्रभावित हुए. वहीं बड़े बांधों के ज्यादातर गेट खोलने पड़ गए.