मुख्यमंत्री के हाथों साढ़े छह हजार विद्यार्थियों को निःशुल्क लैपटॉप

मुख्यमंत्री के हाथों साढ़े छह हजार विद्यार्थियों को निःशुल्क लैपटॉप
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रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज कहा कि नई पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिक से अधिक अवसर देने के लिए राज्य सरकार ने नया रोड मैप तैयार कर लिया है और उसी के अनुरूप शिक्षा के क्षेत्र में हर प्रकार की सुविधा और अधोसंरचना का विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने आज संभागीय मुख्यालय दुर्ग में छत्तीसगढ़ युवा सूचना क्रांति योजना के तहत 21 कॉलेजों के छह हजार 459 विद्यार्थियों को निःशुल्क लैपटॉप वितरित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। दुर्ग और भिलाई के 18 कॉलेजों के पांच हजार 848 और राजनांदगांव जिले के तीन कॉलेजों के 611 विद्यार्थी शामिल हैं। मुख्यमंत्री के हाथों लैपटॉप मिलने पर उनके चेहरे खुशियों से चमक उठे। डॉ. सिंह ने कहा गरीब परिवारों के युवाओं को पढ़ाई के लिए लैपटॉप मिलने में आर्थिक रूप से असुविधा होती थी। इसे ध्यान में रखकर हमने योजना बनाई। उन्होंने कहा कि लैपटॉप प्रदेश के विद्यार्थियों को उनके भविष्य निर्माण के लिए राज्य सरकार की ओर से एक उपहार की तरह है। वे इसका सदुपयोग करें और देश-दुनिया से जुड़कर अपने ज्ञान के क्षितिज का विस्तार करें।
डॉ. सिंह ने लैपटॉप को युवा छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में सुविधा की दृष्टि से काफी उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इसे इंटरनेट से जोड़कर ज्ञान का अथाह भंडार प्राप्त किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने लैपटॉप को सूचना क्रांति का एक बड़ा हथियार बताया। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नही है। राज्य के अनेक युवा आज देश-विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा विगत तेरह वर्षों में छत्तीसगढ़ ने हर क्षेत्र में काफी तरक्की की है। इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 12 से बढ़कर 59 हो गई है। उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय प्रबंध संस्थान (आई.आई.एम.), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) और ट्रिपल आई.टी. सहित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का भी सुचारू संचालन होने लगा है। राष्ट्रीय स्तर की इन संस्थाओं का छत्तीसगढ़ में होना हम सबके लिए गर्व की बात है। आज दुर्ग में निजी क्षेत्र के अंतर्गत श्री शंकराचार्य चिकित्सा विज्ञान संस्थान (मेडिकल कॉलेज) का शुभारंभ हुआ, जो राज्य में सरकारी और निजी मिलाकर दसवां मेडिकल कॉलेज है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने आज इसका शुभारंभ किया। डॉ. सिंह ने लैपटॉप वितरण कार्यक्रम में यह भी कहा कि गरीबों के लिए एक रूपए किलो चावल की योजना का लाभ आज लगभग 60 लाख परिवारों को मिल रहा है। सरकार की सभी योजनाएं सामाजिक असंतुलन को दूर करने और सभी लोगों को शिक्षा, खेती-किसानी, उद्योग-व्यापार, रोजगार आदि हर क्षेत्र में विकास का समान अवसर देने के लिए संचालित की जा रही है। कार्यक्रम में प्रदेश के उच्च शिक्षा, और तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, विधायक श्री विद्यारतन भसीन, तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले, विभाग के आयुक्त श्री एस.एस. बजाज, कलेक्टर दुर्ग श्रीमती आर. शंगीता सहित एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष श्री आई. पी. मिश्रा और बड़ी संख्या में विद्यार्थी, प्राध्यापक और नागरिक उपस्थित थे। उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि राज्य शासन द्वारा पॉलिटेक्नीक के विद्यार्थियों की फीस में 50 प्रतिशत की कमी की है। इसी तरह व्यापम द्वारा ली जाने वाली परीक्षा फीस भी साढ़े चार सौ रूपए से घटाकर ढ़ाई सौ कर दी गई है।
प्रमुख सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले ने बताया कि छत्तीसगढ़ युवा सूचना क्रांति योजना वर्ष 2013 में प्रारंभ की गई। इसके तहत इंजीनियरिंग महाविद्यालयों, मेडिकल महाविद्यालय एवं अन्य तकनीकी श्रेणी के उच्च शिक्षण संस्थाओं में स्नातक/स्नातकोत्तर उपाधि हेतु अंतिम वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थियों को लैपटॉप तथा अन्य उच्च शिक्षण संस्थाओं वाणिज्य, कला एवं विज्ञान आदि निकायों में स्नातक/स्नातकोत्तर उपाधि हेतु अंतिम वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पात्रता अनुसार निःशुल्क लैपटाप अथवा टेबलेट कम्प्यूटर प्रदाय किए जाते हैं। इसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को नई तकनीकों के उपयोग की सुविधा प्रदान कर उनका एवं राज्य का आर्थिक एवं सामाजिक विकास करना है। इस वर्ष राज्य ने करीब 17 हजार विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किया जाएगा।

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