केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री जावड़ेकर ने विडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये किया आकांक्षी जिलों में स्कूल शिक्षा की समीक्षा
दन्तेवाड़ा : केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से विकास आकांक्षी गतिविधियों की समीक्षा करते हुए विकास आकांक्षी जिलों के समग्र विकास के लिए शिक्षा की बेहतरी पर बल दिया। इस दिशा में उन्होंने कहा कि सबका साथ-सबका विकास की ओर अब एक साथ विकास करने के लिए पिछड़े जिलों को अहमियत दी गयी है। इसी के अनुरूप 2022 तक लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्राथमिक शिक्षा से उच्च शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कारगर पहल किया जा रहा है। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री जावड़ेकर ने आकांक्षी जिलों में खोले जाने वाले मॉडल कालेजों का अतिशीघ्र निर्माण शुरू करने कहा। वहीं उन्होंने प्राथमिक से उच्च प्राथमिक शालाओं तथा उच्च प्राथमिक से माध्यमिक शालाओं में प्रवेश दर को बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने स्कूलों में शौचालय तथा पेयजल सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ समन्वित पहल करने पर जोर दिया। इसके साथ स्कूलों में विद्युत सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए प्राथमिकता के साथ प्रयास करने कहा। इस मौके पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने छत्तीसगढ़ 10 विकास आकांक्षी जिलो में स्कूल शिक्षा की दिशा में किये जा रहे सकारात्मक प्रयासों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बस्तर संभाग 7 जिले बस्तर, कोण्डागांव, कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा और दन्तेवाड़ा सहित राजनांदगांव, कोरबा एंव महासमुन्द में प्राथमिक से उच्च प्राथमिक शालाओं में प्रवेश कर 89 प्रतिशत है, वहीं उच्च प्राथमिक से माध्यमिक शालाओं में प्रवेश दर 92 प्रतिशत है। इन सभी जिलों के स्कूलों में शौचालय, पेयजल तथा विद्युत सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने बेहतर पहल किया गया है। इसके साथ ही शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने पर शत-प्रतिशत पाठ्य पुस्तकें सुलभ करायी गयी है। वहीं शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षक-छात्र अनुपात 88 प्रतिशत है। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप ने प्रदेश के आकांक्षी जिलों में शिक्षा की दिशा में नवाचारों को रेखांकित करते हुए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर को दन्तेवाड़ा जिले के प्रवास पर आने आमंत्रित किया। इस आमंत्रण को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री जावड़ेकर ने स्वीकार कर दन्तेवाड़ा आने की सहमति दी।