99 करोड़ की नकली शक्तिवर्द्धक दवाओं के कारोबार का खुलासा
रांची. सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के गंगानगर में शुक्रवार की सुबह नकली शक्तिवर्धक दवा बनानेवाली फैक्ट्री में छापेमारी कर देश भर में 99 करोड़ की नकली शक्तिवर्धक दवाओं के कारोबार का खुलासा किया गया. फैक्ट्री में एलोपैथ व आयुर्वेद दवाओं को विभिन्न तरह के चूर्ण में मिला कर नकली शक्तिवर्धक दवाएं तैयार की जाती थीं. पुलिस और औषधि नियंत्रण निदेशालय की टीम जैसे ही फैक्ट्री की बिल्डिंग में पहुंचीं, वहां काम करे 14 लोगों में से 11 लोग दो मंजिली छत से कूदकर फरार हो गए. पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. नकली शक्तिवर्धक दवा का कारोबारी अलखदेव सिंह पकड़ा नहीं जा सका. सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक चली छापेमारी की कार्रवाई में फैक्ट्री से भारी मात्रा में एलोपैथ व आयुर्वेद दवाएं, विभिन्न तरह के चूर्ण, दवाएं, रासायनिक लिक्विड, पैकेजिंग के सामान व छाटे उपकरण और प्रचार-प्रसार के पर्चे जब्त किए गए हैं.
गंगानगर की जिस बिल्डिंग में नकली दवा का कारोबार चल रहा था, वह संतोष कुमार गुप्ता की है, जिसे अलखदेव सिंह ने किराए पर ले रखा है. ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की निदेशक रितु सहाय के निर्देश पर की गई छापेमारी में संयुक्त निदेशक सुरेंद्र प्रसाद टीम की मॉनिटरिंग कर रहे थे. एक सप्ताह से टीम गंगानगर स्थित कुंती निवास व दूसरे ठिकानों पर नजर रख रही थी. गंगानगर में गुप्ता की बिल्डिंग में यह कारोबार लंबे समय से चल रहा था.
दूसरे तल्ले से डाक विभाग का दो बोरा मनीऑर्डर फॉर्म और 4 बोरा पार्सल फॉर्म जब्त किया गया है. अलखदेव डोरंडा पोस्ट ऑफिस से नकली दवाएं पार्सल से भेजवाता था. जितना भी आर्डर मिलता था, उसका डिब्बा तत्काल फैक्ट्री में तैयार कर पता चिपकाने के बाद सीधे ऑटो से भेजा देता था. पुलिस ने उस ऑटो वाले को भी पकड़ लिया है. अलख लिंग वर्धक यंत्र भी बेचा करता था.
छापेमारी में बैंक से संबंधित कई कागजात मिले हैं. हालांकि अवैध रूप से आयुर्वेदिक दवा का कारोबार कर रहे अलखदेव सिंह ने 3 सितंबर को ही डोरंडा पोस्ट ऑफिस में नया एकाउंट खोला था. 3 सितंबर से 19 सितंबर के बीच उक्त एकाउंट में 27 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है. अलख ने 18 लाख रुपए निकाले थे. पुलिस ने बैंक एकाउंट फ्रीज करा दिया है.