मुख्यमंत्री शामिल हुए मूरा के समाधान शिविर में : विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 85 लाख रूपए तत्काल मंजूर
रायपुर : मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज दोपहर प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत रायपुर जिले के ग्राम मूरा (विकासखंड-तिल्दा) समाधान शिविर में हुए। उन्होंने वहां ग्रामीणों के आग्रह पर लगभग 85 लाख रूपए के निर्माण कार्यों को तत्काल मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने इनमें से ग्राम पंचायत मुख्यालय मूरा में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 50 लाख रूपए, पीडीएस राशन दुकान निर्माण के लिए दस लाख रूपए, मुक्तिधाम तक सड़क निर्माण के लिए 20 लाख रूपए और नलजल योजना के लिए पांच लाख रूपए की स्वीकृति तुरंत प्रदान कर दी।
समाधान शिविर में मूरा क्लस्टर की दस ग्राम पंचायतों के लोग मौजूद थे। इनमें मूरा सहित बरतोरी-सी, भरूवाडीहकला, छतौद, चिचोली, केशला, केंवतरा, मोहरेंगा, सिर्वे और ताराशिव के ग्रामीणों के आवेदन पत्रों पर संबंधित विभागों द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में लोगों को जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत ग्रामीणों को सामग्री आदि का भी वितरण किया। अधिकारियों ने शिविर में बताया कि लोक सुराज के प्रथम चरण में मूरा क्लस्टर के अंतर्गत इन ग्राम पंचायतों के गांवों से कुल 3490 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 3291 का निराकरण कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में ग्रामीणों से विभिन्न शासकीय योजनाओं की ताजा स्थिति की जानकारी ली। डॉ. सिंह ने खाद्य विभाग, राजस्व, ऊर्जा, स्वास्थ्य और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) के अधिकारियों से भी उनकी विभागीय गतिविधियों का ब्यौरा लिया। ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जिनके हेल्थ स्मार्ट कार्ड नहीं बन पाए हैं, उन्हें अगले माह अप्रैल में स्मार्ट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे।
उन्होंने इस संबंध में रायपुर जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने उनसे कहा कि हेल्थ स्मार्ट कार्ड जारी करने के लिए गांव में ही विशेष शिविर लगाया जाए। जिन ग्रामीणों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन नही मिल पाया है उन्हें भी पात्रता के अनुसार इसका लाभ दिया जाएगा। समाधान शिविर में मुख्य सचिव श्री अजय सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री मुकेश बंसल, रायपुर जिले के कलेक्टर श्री ओ.पी. चौधरी और पूर्व आईएएस अधिकारी तथा राज्य शासन के पूर्व सचिव श्री गणेशशंकर मिश्रा भी उपस्थित थे।