अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : मुख्यमंत्री ने की प्रदेश की महिलाओं के लिए पुरस्कार योजना की घोषणा

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : मुख्यमंत्री ने की प्रदेश की महिलाओं के लिए पुरस्कार योजना की घोषणा
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रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए विशेष पुरस्कार योजना शुरू करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री आज दोपहर राजनांदगांव जिले के ग्राम सोमनी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आजीविका महासम्मेलन को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और आजीविका के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्यों के आधार पर महिला स्वसहायता समूहों और महिलाओं को प्रदेश की स्वच्छतादूत स्वर्गीय श्रीमती कुंवरबाई के नाम पर डेढ़ लाख रूपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
डॉ. सिंह ने राजनांदगांव जिले में 12 करोड़ रूपए की लागत से एक एजुकेशन हब विकसित करने की भी घोषणा की और कहा कि इस विशाल शैक्षणिक परिसर में बालिकाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहेंगी। महासम्मेलन का आयोजन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दीनदयाल अन्त्योदय योजना – राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से स्व-सहायता समूहों की तीस महिलाओं को ई-रिक्शा, तीन हितग्राही महिलाओं को टैक्सी व्यवसाय के लिए वाहन, दो महिलाओं को सौर ऊर्जा आधारित मिनी कोल्ड स्टोरेज के लिए भी ऋण राशि के चेक वितरित किए।  उन्होंने बैंक सखियों को बीस माइक्रो एटीएम भी किया। साथ ही 94 महिलाओं को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण राशि के चेक दिए। डॉ. सिंह 25 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के बाद रोजगार के लिए ऑफर लेटर भी दिया।
मुख्यमंत्री ने महासम्मेलन में यह भी कहा कि राजनांदगांव के पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी हायर सेकेण्डरी स्कूल और महारानी लक्ष्मीबाई हायर सेकेण्डरी स्कूल को स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने सोमनी में विकास कार्यों के लिए भी दस लाख रूपए अलग से देने की घोषणा की। डॉ. रमन सिंह ने कहा- छत्तीसगढ़ की महिलाएं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य को खुले में शौच मुक्त अभियान में उत्साह के साथ हिस्सा ले रही हैं और पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम महिलाओं ने रौशन किया है। डॉ. सिंह ने इस अवसर पर चुप्पी तोड़ो, संवरता बचपन और सुपोषण अभियान की शुरूआत की। कार्यक्रम में उत्कृष्ट महिला स्वसहायता समूहों का सम्मान भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा-पहले बेटियां सायकल चलाने में संकोच करती थी पर अब ई-रिक्शा, जेसीबी जैसे वाहन भी चलाने में महारथ हासिल कर रही हैं। यहां तक फाइटर प्लेन भी चला रही है। यह बेटियों में आई जागृति को दर्शाती है। उन्होंने स्वर्गीय कुंवर बाई को याद करते हुए कहा कि 104 वर्ष की उम्र में स्वच्छ भारत मिशन से जुड़कर शौचालय बनाया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उनके इस बड़े कार्य का सम्मान करते हुए उनके चरण स्पर्श कर आर्शीवाद लिया था। डॉ. सिंह ने बाग्लांदेश के मोहम्मद यूनुस की तुलना पदम्श्री श्रीमती फूलबासन देवी से करते हुए कहा कि उन्होंने राजनांदगांव की कई महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा और आत्मनिर्भर बनाया। बिहान समूह से जुड़े महिला समूहों ने 25 करोड़ रूपए के बचत की है और दो करोड़ रूपए के जिमीकंद का बिक्री भी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत दिया है, मगर प्रदेश में 60 प्रतिशत से महिलाएं निर्वाचित होकर आयी हैं। कुपोषण, मातृ मृत्युदर कम करने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है जिसके फलस्वरूप कुपोषण 50 से 30 फीसदी हो गया है। प्रदेश कुपोषण कम करने देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। आजीविका महासम्मेलन को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर, लोकसभा सांसद श्री अभिषेक सिंह, पद्मश्री सम्मानित श्री फूलबासन यादव ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में महापौर श्री मधुसूदन यादव सहित अन्य कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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